Sunday, July 13, 2025
HomeराजनीतिPM मोदी की तारीफ कर बुरे फँसे शशि थरूर, कॉन्ग्रेस ने माँगा स्पष्टीकरण

PM मोदी की तारीफ कर बुरे फँसे शशि थरूर, कॉन्ग्रेस ने माँगा स्पष्टीकरण

"मोदी सरकार के हजारों गलत काम के बाद एक अच्छे कार्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है।"

पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करना कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर के लिए मुसीबत बन गया है। पहले पार्टी के सांसदों ने इस बयान को लेकर थरूर की आलोचना की और अब केरल कॉन्ग्रेस ने उनसे स्पष्टीकरण माँगा है। राज्य की केरल ईकाई के अध्यक्ष मुलापल्ली रामचंद्र ने उनसे जवाब माँगा है। कन्नूर में रामचंद्र ने कहा कि उन्होंने थरूर से प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने को लेकर स्पष्टीकरण चाहते हैं। उनके स्पष्टीकरण के आधार पर ही भविष्य की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। 

इससे पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने शशि थरूर के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि उन्हें इस तरह का बयान सार्वजनिक तौर पर न देकर पार्टी के समक्ष रखना चाहिए था। सोनिया गाँधी के बयान के बाद से कई कॉन्ग्रेसी नेताओं ने थरूर की जमकर आलोचना की। केरल में विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि मोदी सरकार की गलतियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार के हजारों गलत काम के बाद एक अच्छे कार्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है।

राज्यसभा में कॉन्ग्रेस उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार के कामों की आलोचना करना विपक्ष का कर्तव्य है। इसे खलनायक की तरह पेश करना नहीं कहा जा सकता है। विपक्ष से यह उम्मीद नहीं की जानी चाहिए की वह सरकार जो भी करेगी, उसकी तारीफ करेगा। इसके साथ ही लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी थरूर के बयान की तीखी आलोचना की थी।

बता दें कि थरूर ने कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि हर समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश करना सही नहीं है। उनके अच्छे काम के लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए। इससे उनकी (कॉन्ग्रेस) आलोचना को विश्वसनीयता मिलेगी। पार्टी के नेताओं की आलोचनाओं से बेपरवाह थरूर ने कहा कि उनके रुख में कुछ भी गलत नहीं है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इस्लामी भीड़ ने हिन्दू परिवार पर किया हमला, घर के दरवाजे को कुल्हाड़ी से तोड़ा… लाठी-डंडों से की पिटाई: यासीन शेख था सरगना, छत्तीसगढ़...

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कचरा फेंकने से शुरू हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया। यहाँ संजय चौधरी ने सड़क पर कचरा फेंका, तो पड़ोसी राजेश तिवारी ने इसका विरोध किया।

असम सरकार ने गोलपाड़ा में 1000 बीघा+ जमीन पर से हटाया अतिक्रमण, ज्यादातर ‘मुस्लिमों’ का था कब्जा: 4 साल में खाली करवाई 25 हजार...

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार का कहना है कि यह सिर्फ जंगल बचाने का मामला नहीं है, बल्कि यह असम की पहचान और जनसंख्या संतुलन को बचाने की लड़ाई है।
- विज्ञापन -