सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर की जयंती के अवसर पर बुधवार (28 सितंबर, 2022) को अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके नाम पर एक चौक का लोकार्पण किया, जिस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया। 8.50 करोड़ रुपए की लागत से बने इस चौक पर लता मंगेशकर के भाजन गूँजेंगे। 14 टन की वीणा वहाँ स्थापित की गई है। इस पर माँ सरस्वती के चित्र हैं। लता मंगेशकर का जीवन भी यहाँ उकेरा गया है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लता मंगेशकर माँ सरस्वती की एक ऐसी ही साधिका थीं, जिन्होंने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई माँ सरस्वती की विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी। प्रधानमंत्री ने इसे अभिनव प्रयास बताते हुए सीएम योगी की सरकार, अयोध्या विकास प्राधिकरण और अयोध्या की जनता को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि लता दीदी के साथ जुड़ी मेरी कितनी ही यादें हैं, कितनी ही भावुक और स्नेहिल स्मृतियाँ हैं। उन्होंने बताया कि जब भी उनकी लता दीदी से बात होती, उनकी वाणी की युग-परिचित मिठास हर बार उन्हें मंत्र-मुग्ध कर देती थी। बकौल पीएम मोदी, दीदी अक्सर उनसे कहती थी कि मनुष्य उम्र से नहीं, कर्म से बड़ा होता है। पीएम मोदी ने बताया कि जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन संपन्न हुआ था, तो उनके पास लता दीदी का फोन आया था।
प्रधानमंत्री ने बताया, “वो बहुत खुश थीं, आनंद में थी। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि आखिरकार राम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है। आज मुझे लता दीदी का गाया वो भजन भी याद आ रहा है, ‘मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम ना आए’। अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीराम आने वाले हैं और उससे पहले करोड़ों लोगों में राम नाम की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली लता दीदी का नाम अयोध्या शहर के साथ हमेशा के लिए स्थापित हो गया है।”
पीएम मोदी ने कहा कि प्रभु राम तो हमारी सभ्यता के प्रतीक पुरुष हैं। राम हमारी नैतिकता के, हमारे मूल्यों, हमारी मर्यादा, हमारे कर्तव्य के जीवंत आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, राम भारत के कण-कण में समाये हुए हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि लता दीदी के नाम पर बना ये चौक, हमारे देश में कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा और बताएगा कि भारत की जड़ों से जुड़े रहकर, आधुनिकता की ओर बढ़ते हुए, भारत की कला और संस्कृति को विश्व के कोने-कोने तक पहुँचाना – ये भी हमारा कर्तव्य है।
अयोध्या में आज मुख्यमंत्री पूज्य @myogiadityanath जी ने लता मंगेशकर चौराहे का लोकार्पण किया ।#Ayodhya pic.twitter.com/Z10NjUUMCB
— Harshvardhan Singh (@bjpharshvardhan) September 28, 2022
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि भारत की हजारों वर्ष पुरानी विरासत पर गर्व करते हुए, भारत की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाना, ये भी हमारा दायित्व है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री अयोध्या जी दुनिया का सबसे सुंदर और वैभवशाली नगर बनेगा, इसमें कोई संदेह किसी को नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम के सर्वाधिक भजन गाने वाली लता दीदी ने अपना पूरा जीवन कला व संगीत जगत को नई ऊंचाई प्रदान करने हेतु समर्पित किया।
सीएम योगी ने कहा, “लता मंगेशकर ने अपनी संगीत की पवित्र साधना को वंदनीय बनाया। आज श्री राम के धाम में उनके नाम पर निर्मित पहले स्मारक को लोकार्पित कर हार्दिक प्रसन्नता हुई है। अयोध्या के हर चौराहे को भव्यता देने के लिए उनका नामकरण पूज्य संतों के नाम पर किया जाएगा। सुश्री लता मंगेशकर जी ने भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण व राष्ट्रभक्ति से संबंधित गीतों को एक नई ऊँचाई देकर संगीत की अपनी पवित्र साधना को प्रत्येक भारतीय के लिए वंदनीय बनाया है।”