लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया जारी है। इस बीच उत्तर प्रदेश के जौनपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने जौनपुर से अपने उम्मीदवार को बदल दिया है। बसपा ने यहाँ से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को टिकट दिया था। अब श्रीकला की जगह बसपा ने श्याम सिंह यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। श्रीकला रेड्डी के अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बताते चलें कि आज सोमवार (6 मई 2024) को जौनपुर सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख है। इस बीच बसपा ने यह बड़ा कदम उठाया है। श्रीकला रेड्डी टिकट कटने की पुष्टि बसपा के जोनल कॉर्डिनेटर ने की है। श्रीकला ने चार दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी से अपना नामांकन दाखिल किया था। इस सीट पर छठे चरण में 25 मई 2024 को मतदान है।
अब बसपा से टिकट कटने के बाद श्रीकला रेड्डी के पति और जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह अपने लोगों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा की उनकी पत्नी अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी या नहीं। बता दें कि श्याम सिंह यादव जौनपुर के वर्तमान सांसद हैं। उन्होंने कहा कि ज्योतिषी ने कहा है कि वे ही इस बार भी चुनाव जीतेंगे।
पीएम मोदी के खिलाफ BSP ने बदले उम्मीदवार
बता दें कि बसपा ने गुरुवार (2 मई 2024) को उम्मीदवारों की 12वीं लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ दूसरी बार उम्मीदवार बदला गया। बसपा ने पहले यहाँ से अतहर जमाल लारी को टिकट दिया था। इसके बाद उनका टिकट काटकर सैयद नेयाज अली को प्रत्याशी बनाया। फिर नेयाज का टिकट काटकर लारी को उम्मीदवार बनाया गया।
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अमेठी से से अपना उम्मीदवार बदल दिया था। मायावती ने सबसे पहले यहाँ से रवि प्रकाश मौर्य को बसपा से टिकट दिया था। हालाँकि, 24 घंटे बीतने के बाद उनका टिकट काट दिया गया। बसपा ने रवि प्रकाश मौर्य की जगह अमेठी से नन्हे सिंह चौहान को उम्मीदवार घोषित किया है।
कौन हैं श्रीकला रेड्डी
श्रीकला रेड्डी एक बड़ी बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखने को लेकर भी है। वह फिलहाल जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। धनंजय सिंह से शादी के बाद वह राजनीति में सक्रिय हुईं। हालाँकि, उनका मायका पक्ष भी राजनीति से जुड़ा है। उनके पिता जितेंद्र रेड्डी 1969 में तेलंगाना की कोदद से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं। वहीं, उनकी माँ ललिता रेड्डी अपनी गाँव की सरपंच हैं।
इसके अलावा अगर केवल श्रीकला रेड्डी की संपत्ति की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि धनंजय सिंह द्वारा दिए गए चुनावी हलफनामे के मुताबिक श्रीकला के पास 6.71 करोड़ से ज्यादा की चल संपत्ति है, जबकि 780 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। इतनी संपत्ति धनंजय सिंह के पास भी नहीं है। कुल 5.31 करोड़ की अचल संपत्ति और 3.56 करोड़ की चल संपत्ति है।
श्रीकला रेड्डी ने 12वीं तक की पढ़ाई चेन्नई से की है। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद से बीकॉम किया। ग्रेजुएशन के बाद वह अमेरिका से आर्किटेक्चर इंटीरियर डिजाइनिंग का कोर्स करके बिजनेस में आ गईं। कुछ समय उन्होंने बिजनेस भी किया, लेकिन उनका राजनीति में रुझान शादी के बाद दिखा। उन्होंने भाजपा भी ज्वॉइन की थी। उसके बाद पंचायत सदस्य भी बनीं थीं।