दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (16 मई 2024) को एक बार फिर दावा किया कि अगर भाजपा फिर से सरकार में लौटी तो उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को हटा दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रधानमंत्री बनने की राह में अब केवल योगी आदित्यनाथ ही काँटा बचे हैं। हालाँकि, समय-समय पर पीएम मोदी द्वारा परोक्ष रूप से इसका खंडन किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार चुनाव में अमित शाह को पीएम बनाने के लिए लोगों से वोट माँग रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी अगले वर्ष 17 सितंबर को जैसे ही 75 वर्ष के हो जाएँगे, वे प्रधानमंत्री पद छोड़कर अमित शाह को पीएम बना देंगे। चुनाव जीतने के बाद दो से तीन महीने में योगी आदित्यनाथ को हटा दिया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में अखिलेश यादव के साथ प्रेस वार्ता करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह को पीएम बनाने के लिए नरेंद्र मोदी पिछले डेढ़-दो वर्षों से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने शिवराज सिंह चौहान, वसुन्धरा राजे सिंधिया, देवेंद्र फडणवीस, रमन सिंह और मनोहर लाल खट्टर को पहले ही हटा दिया है। अब योगी उनकी राह में आखरी कांटा बचे हैं।
सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ को हटाए जाने के मामले में भाजपा के किसी भी नेता ने पिछले चार दिनों में कोई भी जवाब नहीं दिया है। इससे साफ है कि चुनाव बाद भाजपा योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटा देगी। उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि वो जो कह रहे हैं वो सही है। यह पहला मौका है जब केजरीवाल अपना विजन बताने के बजाय सत्ताधारी दल के अंदरूनी मामले को लेकर राजनीति कर रहे हैं।
ये दूसरा मौका है, जब अरविंद केजरीवाल इस तरह का दावा कर रहे हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत पर बाहर आने के बाद उन्होंने जो पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था, उसमें भी उन्होंने यही दावा किया था। केजरीवाल ने यह दावा सोशल मीडिया यूजर से लेकर किया है। पिछले लगभग छह महीने से विपक्षी दलों से सहानुभूति रखने वाले X हैंडल यही दावा करते आ रहे हैं। यही दावा अब केजरीवाल ने भी करना शुरू कर दिया है।
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और 2029 के बाद भी वे पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे। पीएम मोदी 75 वर्ष की आयु के बाद भी अपने पद पर बने रहेंगे। यानी स्पष्ट शब्दों में अमित शाह ने बता दिया था कि उनका प्रधानमंत्री बनने का अभी कोई इरादा नहीं है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी साफ कर दिया था कि 75 साल के बाद रिटायरमेंट वाली बात पार्टी के संविधान में नहीं है।
ये सच है कि योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है। ना सिर्फ उनका हिंदूवादी स्वरूप लोगों को पसंद आता है, बल्कि स्पष्टवादिता और काम करने का अंदाज भी लोग खूब पसंद करते हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी की लोकप्रियता और अमित शाह के चुनाव प्रबंधन के कारण भाजपा आज इस मुकाम पर है। यही कारण है कि देश के लोग सीएम योगी से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं।
सीएम योगी के साथ लोगों के इसी भावनात्मक जुड़ाव को ध्यान रखकर अरविंद केजरीवाल माइंडगेम खेल रहे हैं और जनता को ब्लैकमेल कर रहे हैं। जनता भी जानती है और भारतीय जनता पार्टी भी जानती है कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को संभालना आसान नहीं है। सीएम योगी ने पिछले दो कार्यकाल से ना सिर्फ यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को मजबूत किया है, बल्कि लोगों के दिलों में अपनी जगह भी बनाई है।
अरविंद केजरीवाल अब अपनी पार्टी के विजन के बारे में बताने की जगह देश के दो सबसे लोकप्रिय नेताओं के बीच मतभेद को लेकर जनता में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि जनता भाजपा से दूर हो जाए और विपक्षी दलों के साथ खड़ी हो जाए। हालाँकि, इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है। दूसरी बात, सीएम केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि उनके इस दावे पर भाजपा या उसके किसी बड़े नेता की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
अरविंद केजरीवाल का यह दावा भी गलत है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात का खंडन परोक्ष रूप से किया है। जौनपुर की रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार (16 मई) को साफ कर दिया कि अरविंद केजरीवाल और विपक्ष योगी आदित्यनाथ को लेकर जिस तरह का भ्रम फैला रहा है, वह सही नहीं है। पीएम मोदी ने कहा, “आने वाले पाँच सालों में मोदी-योगी पूर्वांचल की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने वाले हैं।”
अपने इस बयान से पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि अगले पाँच साल तक योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने रहेंगे। इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ करके साफ संदेश दिया था कि विपक्ष के दावे झूठे हैं। इतना ही नहीं, भाजपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में योगी आदित्यनाथ का होना भी उनके कद की ओर इशारा करता है।
पीएम मोदी ने सीएम योगी की जमकर तारीफ की थी। इसको लेकर आजतक के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा था, “मेरा सौभाग्य है कि मुझे हर राज्य में ऐसी टीम मिली है- चाहे विपक्ष में हो या सरकार में, चाहे मुख्यमंत्री हो या मंत्री, हर कोई सिद्धांतों और मूल्यों के साथ जी-जान से जुटे रहते हैं। मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे पास ऐसे सैकड़ों होनहार लोग हैं।”
अलीगढ़ की एक रैली में पीएम मोदी ने कहा, “मैं उन लोगों की आँखें खोलना चाहता हूँ, जो लोग योगी जी की पहचान सिर्फ बुलडोजर से करते हैं, मैं उनकी आँखें खोलना चाहता हूँ। योगी आदित्यनाथ का ‘एक जिला, एक उत्पाद’ मिशन देश में नया सम्मान पैदा कर रहा है।” उन्होंने आगे कहा था, “काशी के सांसद होने के नाते योगी जी हमारे भी माननीय मुख्यमंत्री हैं। इस पर मैं गर्व अनुभव करता हूँ।”
उन्होंने आगे कहा था, “एक समय में उत्तर प्रदेश में हमारी बहन-बेटियाँ घर घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। योगी जी की सर्वार्थ सरकार में अपराधियों की हिम्मत नहीं है कि वो नागरिकों का अमन-चैन बिगाड़े। आजादी के बाद यूपी में जितना औद्योगिक विकास नहीं हुआ, उससे अधिक अकेले योगी जी के कालखंड में हुआ। यूपी को विकास की नई ऊँचाइयों पर योगी जी की सरकार लेकर गई है।”
प्रधानमंत्री मोदी के ये बयान अरविंद केजरीवाल और विपक्षी दलों के सवालों का जवाब है। हालाँकि, अरविंद केजरीवाल इस चर्चा तक नहीं करते। वे सिर्फ और सिर्फ योगी जी की लोकप्रियता के आधार पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। जो कोई भी पीएम मोदी के इन बयानों को सुना होगा, उन्हें पता होगा कि पीएम मोदी और भाजपा के लिए योगी आदित्यनाथ कितना जरूरी हैं।