मोदी सरकार में राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बयान दिया है कि वो पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश से जोड़ना चाहती हैं। देबाश्री चौधरी ने तो यहाँ तक कह दिया कि यही वो कारण है जिसके लिए ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को इस्लामिक स्टेट बनाने में जुटीं हैं।
ममता के मंत्री गुलाम रब्बानी को आया गुस्सा
पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से सांसद देबाश्री चौधरी इसके बाद TMC नेताओं के निशाने पर आ गई हैं। ममता बनर्जी सरकार में श्रम राज्य मंत्री गुलाम रब्बानी ने कई ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा:
“विपक्ष की आलोचना मुद्दों पर आधारित होनी चाहिए, कल्पनाओं पर नहीं। कल तक उनके सहकर्मी गृहमंत्री भी ममता बनर्जी से बांग्लादेशी लोगों की मदद के लिए सीमाओं को खोलना चाहते थे। आखिर दिल्ली में बैठकर कौन ‘तथाकथित जिहादियों’ की मदद करना चाहता है?”
Where is the scathing attack ?
— Md Ghulam Rabbani (রাব্বানী) (@GhulamRabbani_) May 13, 2020
Opposition criticism is on issues not on imaginations
Till yesterday colleague @HMOIndia wanted @MamataOfficial to open borders to help Bangladeshi people
Who wants to help “so called” jihadis, sitting in Delhi ? https://t.co/qMxGJ1hlqF pic.twitter.com/SUNXbuFSVa
ममता बनर्जी के मंत्री गुलाम रब्बानी ने कटाक्ष कसते हुए कहा, “मैं और क्या कह सकता हूँ, समय पर दवाएँ लें और सुरक्षित रहें। लॉकडाउन आपको प्रभावित कर रहा है।”
What can I say more , take medicines on time & stay safe
— Md Ghulam Rabbani (রাব্বানী) (@GhulamRabbani_) May 13, 2020
Lockdown is affecting you & please do not venture out doing theatrics
Attaching a report for reference https://t.co/lYFeD5D9st pic.twitter.com/UdhTcv0elZ
ज्ञात हो कि देबाश्री चौधरी ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि ममता बनर्जी सरकार रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को पाल-पोस रही हैं। उन्होंने कहा कि देश-विरोधी तत्वों को बंगाल में सरकारी संरक्षण मिल रहा है।
पश्चिम बंगाल के हुगली जि़ले के तेलिनीपाड़ा इलाके में फैली हिंसा को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी ने ममता बनर्जी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा:
“जिस तरह से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के घर और मंदिर जलाए जाते हैं, उसी तरह से आज ममता दीदी के शासनकाल में पश्चिम बंगाल में बहुसंख्यकों के घर और दुकानें जलाईं जा रहीं। पुलिस मूकदर्शक बनी है। क्योंकि पुलिस को चुपचाप तमाशा देखने के लिए कहा गया है। पश्चिम बंगाल में दमन कर हिंदुओं को अल्पसंख्यक बनाने की कोशिश हो रही है।”