उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित विभिन्न दलों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। आला अधिकारियों को भी तलब किया गया है। इस बीच, हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।
दिल्ली में कई जगहों पर सोमवार को तब हिंसा हुई थी जब शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की अगवानी के लिए अहमदाबाद में थे। वहॉं से लौटते ही वे एक्शन में आ गए। हालात पर तत्काल काबू पाने के लिए अधिकारियों के साथ चर्चा की। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला सहित दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को सख्त हिदायत दी गई कि किसी भी तरह से जल्दी से जल्दी हालात पर काबू पाएँ। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही कहा गया कि अगर जरूरत महसूस हुई तो केंद्र सरकार अन्य कड़े कदम उठाने से भी नहीं चूकेगी। हमारा मकसद हर हाल में शांति कायम करना है। आज बुलाई गई बैठक दोपहर के करीब 12 बजे होने की उम्मीद है।
इससे पहले केजरीवाल ने भी हिंसा प्रभावित इलाकों के पार्टी विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि दो महीने से ज्यादा समय से धरना चल रहा था। केंद्र ने लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का मौका दिया। लेकिन, कल जिस तरह की हिंसा हुई उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें कि दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को हिंसक घटनाओं की शुरुआत हुई थी। सोमवार को कई जगहों पर पत्थरबाजी और आगजनी हुई। गोलियॉं चलाई गई। मंगलवार की सुबह फिर से कुछ इलाकों में पत्थरबाजी और आगजनी की खबर है। हिंसा के बाद अब तक एक पुलिस हेड कॉन्स्टेबल समेत 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 105 लोग जख्मी हो गए। गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने स्थिति को जल्द नियंत्रित करने को कहा है। रैपिड एक्शन फोर्स को दिल्ली में तैनात कर दिया गया है। ब्रह्मपुरी एरिया में सुबह हुई पथराव की घटना के बाद बल के जवानों ने फ्लैग मार्च निकाला।
केजरीवाल ने भी अपने आवास पर विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में हिंसा प्रभावित इलाकों के विधायकों को बुलाया गया है। बता दें कि मंगलवार (फरवरी 25, 2020) सुबह भी नार्थ-ईस्ट दिल्ली में हालात तनावपूर्ण है। मंगलवार को भी मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। सुबह-सुबह पाँच मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया। देर रात से सुबह तक मौजपुर और उसके आस-पास इलाकों में आगजनी के 45 मामले सामने आए, जिसमें दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया गया, जबकि एक दमकल की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। तीन दमकलकर्मी घायल हुए हैं।