प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (अगस्त 30, 2019) को कहा कि एक नया भारत है, जहाँ युवाओं के सरनेम (उपनाम) मायने नहीं रखते, जो मायने रखता है वह है उनके खुद के नाम बनाने की क्षमता। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया कुछ चुनिंदा लोगों की आवाज के बारे में नहीं है, बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए है। यह एक ऐसा भारत है, जहाँ भ्रष्टाचार कभी भी एक विकल्प नहीं है।
PM Modi:This is a new India where surnames of the youth don’t matter,what matters is their ability to make their own name. New India isn’t about voice of select few but each Indian.This is an India where corruption is never an option, whoever the person is.Competence is the norm. pic.twitter.com/Iq5ZPdGQHY
— ANI (@ANI) August 30, 2019
उन्होंने कहा कि अब चीजें बदल रही हैं। प्रधानमंत्री ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए उन लोगों पर प्रहार किया, जो कहते थे कि मौजूदा सरकार ने गरीब जनता के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बहुत सारे लोग उनसे कहते हैं कि योजनाएँ और फंड तो पहले भी था, फिर उन्होंने अलग क्या किया? प्रधानमंत्री ने इसी ट्वीट में इसका जवाब देते हुए कहा, “हमारी सरकार ने तेज गति से गरीबों के लिए 1.5 करोड़ से अधिक घर बनाए हैं। पिछली सरकार की तुलना में यह किया गया बड़ा सुधार है।”
We were conscious of the fact that we were not creating houses, but were building homes. We needed to move away from the concept of merely constructing four walls.
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2019
Our approach was deliver more facilities, deliver more value, deliver in less time and deliver at no extra cost: PM
एक अन्य ट्वीट में पीएम ने लिखा, “हम इस तथ्य से अवगत थे कि हम मकान नहीं, बल्कि घर बना रहे थे। हमें केवल चार दीवारों के निर्माण की अवधारणा से दूर जाने की आवश्यकता थी। हमारी प्राथमिकता बिना किसी लागत के कम समय में अधिक सुविधाएँ प्रदान करना था।”
One of the highlights was the compassionate decision of the Royal Family to pardon 250 Indians serving sentences there.
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2019
Similar pardons have been granted by Oman and Saudi Arabia.
Earlier this year, Saudi Arabia increased India’s Haj quota: PM
प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया के लिए उनके दृष्टिकोण में केवल राष्ट्र में रहने वाले बल्कि बाहर के लोगों की भी देखभाल शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय देश का गौरव हैं, जिन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान दिया है। उन्होंने कहा, “जब भी किसी भारतीय प्रवासी को किसी समस्या का सामना करना पड़ा है, हम इसे हल करने में सबसे आगे रहे हैं। रॉयल फैमिली द्वारा 250 भारतीयों की सजा को माफ करना इसी की एक झलक थी। ऐसा ही क्षमादान ओमान और सऊदी अरब ने भी किए हैं। सऊदी अरब ने तो भारतीयों के लिए हज कोटा भी बढ़ाया है।”
Today people say- we will!
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2019
We will be a Swachh Bharat.
We will be a nation free from corruption.
We will make good governance a mass movement.
The word ‘will’, which earlier denoted a pessimistic question now reflects the optimistic spirit of a youthful nation: PM
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत में किस तरह से बदलाव दिखने लगा है। इसे केवल दो शब्दों का इस्तेमाल करके अभिव्यक्त किया जा सकता है। 5 साल पहले, लोग पूछते थे- क्या हम कर पाएँगे? क्या हम कभी गंदगी से मुक्त हो पाएँगे? क्या हम कभी पॉलिसी पैरालिसिस को दूर कर पाएँगे? क्या हम कभी भ्रष्टाचार को खत्म कर पाएँगे? मगर, आज लोग कहते हैं कि हम करेंगे। हम स्वच्छ भारत बनेंगे, हम भ्रष्टाचार से मुक्त राष्ट्र बनेंगे। हम सुशासन को एक जन आंदोलन बना देंगे।”
PM Modi Live speech on AYUSH Branch of Medicines with special emphasis on Yoga and Naturopathy.https://t.co/BwXgA0fPAh
— अंकित गुप्ता (@YogResearch) August 30, 2019
आयुष्मान भारत योजना के तहत जितने मरीजों को अब तक मुफ्त इलाज मिला है, वो अगर इसके दायरे में ना होते तो उन्हें 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने पड़ते।
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2019
एक प्रकार से देश के लाखों गरीब परिवारों के 12 हज़ार करोड़ रुपए की बचत हुई है: PM
वहीं, प्रधानमंत्री ने विज्ञान भवन में आयुष मंत्रालय को संबोधित करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जितने मरीजों को अब तक मुफ्त इलाज मिला है, वो अगर इसके दायरे में ना होते तो उन्हें 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने पड़ते। यानी कि एक तरह से देश के लाखों गरीब परिवारों के 12 हज़ार करोड़ रुपए की बचत हुई है।
Prime Minister Narendra Modi at a programme of AYUSH Ministry in Delhi: There is a target to build 12,500 AYUSH centers across the country, of which 10 AYUSH Health & Wellness Centers have been inaugurated today. Our aim is that 4,000 such AYUSH centers should be set up this year pic.twitter.com/VSsmgdK93S
— ANI (@ANI) August 30, 2019
साथ ही उन्होंने कहा, “जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भूले नहीं हैं। देश भर में साढ़े 12 हज़ार आयुष सेंटर बनाने का भी लक्ष्य है, जिसमें से आज 10 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स का उद्घाटन हुआ है। हमारी कोशिश है कि ऐसे 4 हजार आयुष सेंटर इसी वर्ष तैयार हो जाएँ।”