Monday, November 18, 2024
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‘हेलिकाॅप्टर से आश्रम जाते थे काॅन्ग्रेसी CM, सरकारी खजाने से भरा जाता था पैसा’: असम के मंत्री ने तरुण गोगोई के ‘Joy Ride’ का किया खुलासा

"मुझे याद है कैसे दिवंगत तरुण गोगोई डंगोरिया कई बार हेलीकॉप्टर से 50 किलोमीटर का मजेदार सफर करते थे, गुवाहाटी से नलबारी स्थित जागीरोड अपने ज्योतिष से मिलने जाते थे।कॉन्ग्रेस पार्टी ने कभी इन खर्चों का बिल नहीं भरा।"

कॉन्ग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शनिवार (10 फरवरी, 2024) को लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव देते हुए असम सरकार द्वारा मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की हवाई यात्राओं के खर्चों पर बहस की माँग की। कलियाबोर से लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने दावा किया कि सीएम सरमा व अन्य VIP लोगों के सर ट्रेवल पर 58.23 करोड़ रुपए सरकारी खजाने से खर्च किए गए हैं, जिसमें कई गैर-सरकारी यात्राएँ भी शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य से बाहर शादियों एवं राजनीतिक कार्यक्रमों को अटेंड करने के लिए इन फ्लाइट्स का इस्तेमाल किया गया।

अब असम सरकार ने इस मामले पर गौरव गोगोई और कॉन्ग्रेस को करारा जवाब दिया है। असम सरकार में संसदीय मामलों, जल संसाधन और सूचना एवं PR जैसे विभाग सँभाल रहे पीजूष हजारिका ने इसका जवाब देते हुए लिखा, “मुझे याद है कैसे दिवंगत तरुण गोगोई डंगोरिया कई बार हेलीकॉप्टर से 50 किलोमीटर का मजेदार सफर करते थे, गुवाहाटी से नलबारी स्थित जागीरोड अपने ज्योतिष से मिलने जाते थे। कॉन्ग्रेस पार्टी ने कभी इन खर्चों का बिल नहीं भरा।”

उन्होंने इस मुद्दे पर गौरव गोगोई को बात करने की चुनौती दी। बता दें कि असमिया भाषा में ‘डंगोरिया’ का अर्थ ‘सम्मानित’ होता है। बता दें कि पीजूष हजारिका जागीरोड से ही विधायक हैं। उन्होंने बताया है कि तरुण गोगोई उस क्षेत्र में स्थित आश्रम में हेलीकॉप्टर से सरकारी खर्चे पर आते थे। बता दें कि तरुण गोगोई 15 वर्षों तक लगातार असम के मुख्यमंत्री रहे हैं। उससे पहले वो सांसद और मंत्री भी रहे हैं। गौरव गोगोई उनके ही बेटे हैं।

वहीं असम मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी इस पर सफाई देते हुए कहा है कि CM हिमंता बिस्वा सरमा के चुनावी खर्चों का भुगतान असम सरकार नहीं करती है। CMO ने कहा कि ऐसे सभी खर्च उनसे जुड़ी राजनीतिक पार्टी द्वारा चेक-ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से पे किए जाते हैं। हालाँकि, जब वो राज्य में कहीं किसी सरकारी कार्यक्रम में जाते हैं और वहाँ कोई श्रद्धांजलि या सामाजिक कार्यक्रम होते हैं तो वो अटेंड कर लेते हैं। इस पूरे मुद्दे को 2 मीडिया संस्थानों ने RTI के हवाले से इन्वेस्टीगेशन का दावा किया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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