Saturday, July 27, 2024
Homeराजनीति'हेलिकाॅप्टर से आश्रम जाते थे काॅन्ग्रेसी CM, सरकारी खजाने से भरा जाता था पैसा':...

‘हेलिकाॅप्टर से आश्रम जाते थे काॅन्ग्रेसी CM, सरकारी खजाने से भरा जाता था पैसा’: असम के मंत्री ने तरुण गोगोई के ‘Joy Ride’ का किया खुलासा

"मुझे याद है कैसे दिवंगत तरुण गोगोई डंगोरिया कई बार हेलीकॉप्टर से 50 किलोमीटर का मजेदार सफर करते थे, गुवाहाटी से नलबारी स्थित जागीरोड अपने ज्योतिष से मिलने जाते थे।कॉन्ग्रेस पार्टी ने कभी इन खर्चों का बिल नहीं भरा।"

कॉन्ग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शनिवार (10 फरवरी, 2024) को लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव देते हुए असम सरकार द्वारा मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की हवाई यात्राओं के खर्चों पर बहस की माँग की। कलियाबोर से लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने दावा किया कि सीएम सरमा व अन्य VIP लोगों के सर ट्रेवल पर 58.23 करोड़ रुपए सरकारी खजाने से खर्च किए गए हैं, जिसमें कई गैर-सरकारी यात्राएँ भी शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य से बाहर शादियों एवं राजनीतिक कार्यक्रमों को अटेंड करने के लिए इन फ्लाइट्स का इस्तेमाल किया गया।

अब असम सरकार ने इस मामले पर गौरव गोगोई और कॉन्ग्रेस को करारा जवाब दिया है। असम सरकार में संसदीय मामलों, जल संसाधन और सूचना एवं PR जैसे विभाग सँभाल रहे पीजूष हजारिका ने इसका जवाब देते हुए लिखा, “मुझे याद है कैसे दिवंगत तरुण गोगोई डंगोरिया कई बार हेलीकॉप्टर से 50 किलोमीटर का मजेदार सफर करते थे, गुवाहाटी से नलबारी स्थित जागीरोड अपने ज्योतिष से मिलने जाते थे। कॉन्ग्रेस पार्टी ने कभी इन खर्चों का बिल नहीं भरा।”

उन्होंने इस मुद्दे पर गौरव गोगोई को बात करने की चुनौती दी। बता दें कि असमिया भाषा में ‘डंगोरिया’ का अर्थ ‘सम्मानित’ होता है। बता दें कि पीजूष हजारिका जागीरोड से ही विधायक हैं। उन्होंने बताया है कि तरुण गोगोई उस क्षेत्र में स्थित आश्रम में हेलीकॉप्टर से सरकारी खर्चे पर आते थे। बता दें कि तरुण गोगोई 15 वर्षों तक लगातार असम के मुख्यमंत्री रहे हैं। उससे पहले वो सांसद और मंत्री भी रहे हैं। गौरव गोगोई उनके ही बेटे हैं।

वहीं असम मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी इस पर सफाई देते हुए कहा है कि CM हिमंता बिस्वा सरमा के चुनावी खर्चों का भुगतान असम सरकार नहीं करती है। CMO ने कहा कि ऐसे सभी खर्च उनसे जुड़ी राजनीतिक पार्टी द्वारा चेक-ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से पे किए जाते हैं। हालाँकि, जब वो राज्य में कहीं किसी सरकारी कार्यक्रम में जाते हैं और वहाँ कोई श्रद्धांजलि या सामाजिक कार्यक्रम होते हैं तो वो अटेंड कर लेते हैं। इस पूरे मुद्दे को 2 मीडिया संस्थानों ने RTI के हवाले से इन्वेस्टीगेशन का दावा किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -