पश्चिम बंगाल का कोलकाता पोर्ट अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से जाना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलकर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ऊपर करने की घोषणा की।
PM Narendra Modi at the inauguration of 150th anniversary celebrations of Kolkata Port Trust: This port will now be known as Syama Prasad Mukherjee port. #WestBengal pic.twitter.com/CEuzDWt8E0
— ANI (@ANI) January 12, 2020
पीएम मोदी ने कोलकाता पोर्ट के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि कोलकाता पोर्ट के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए आज सैकड़ों करोड़ रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है। पीएम ने इस मौके पर पश्चिम बंगाल की सरकार पर भी जोरदार वार किया। हालाँकि इस कार्यक्रम में राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने शिरकत नहीं की।
Marking 150 years of Kolkata Port. Watch. https://t.co/gGycbT48P9
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2020
कोलकाता पोर्ट के महत्व के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा, “इस पोर्ट ने भारत को विदेशी राज से स्वराज पाते देखा है। सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक इस पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है। ये पोर्ट सिर्फ मालवाहकों का ही स्थान नहीं रहा, बल्कि देश और दुनिया पर छाप छोड़ने वाले ज्ञानवाहकों के चरण भी यहाँ पड़े हैं। एक प्रकार से कोलकाता का ये पोर्ट भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है। ऐसे में जब ये पोर्ट डेढ़ सौवें साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है।”
Prime Minister Narendra Modi: This port represents industrial, spiritual and self sufficiency aspirations of India. Today, when the port is celebrating its 150th anniversary, it is our responsibility to make it a powerful symbol of New India. pic.twitter.com/z5FxzzQrhh
— ANI (@ANI) January 12, 2020
पीएम ने कहा, “पश्चिम बंगाल की, देश की इसी भावना को नमन करते हुए मैं कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम, भारत के औद्योगीकरण के प्रणेता, बंगाल के विकास का सपना लेकर जीने वाले और एक देश, एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने की घोषणा करता हूँ। बंगाल के सपूत, डॉक्टर मुखर्जी ने देश में औद्योगीकरण की नींव रखी थी। चितरंजन लोकोमोटिव फैक्ट्री, हिन्दुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री, सिंदरी फर्टिलाइज़र कारखाना और दामोदर वैली कॉर्पोरेशन, ऐसे अनेक बड़ी परियोजनाओं के विकास में डॉक्टर मुखर्जी का बहुत योगदान रहा है।”
PM Narendra Modi in Kolkata: As soon as the West Bengal Government allows the Ayushman Bharat Yojana and PM Kisan Samman Nidhi, people here will also get the benefits of these schemes pic.twitter.com/1C1DJVfNUw
— ANI (@ANI) January 12, 2020
इससे पहले वे बेलूर मठ गए थे। वहाँ उन्होंने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही सीएए पर भी अपनी बातें दोहराईं। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना उन पर और उनकी सरकार पर जोरदार वार किया। उन्होंने अपने भाषण में कट मनी और चिट फंड का जिक्र किया। उन्होंने आगे कहा, “मेरे दिल में हमेशा दर्द रहेगा और मैं चाहूँगा, ईश्वर से प्रार्थना करूँगा की बंगाल के नीति निर्धारकों को सद्बुद्धि दें। गरीबों की मदद के लिए आयुष्मान योजना और किसानों की जिंदगी में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मेरे बंगाल के गरीबों और किसानों को मिले।”