लोकसभा चुनाव 2019 के लिए ताबड़तोड़ चुनाव-प्रचार जारी है। ऐसे में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (मई 8, 2019) को विपक्ष की ‘गाली पॉलिटिक्स’ से लेकर ममता बनर्जी के कई आरोपों का अपने ही स्टाइल में जवाब दिया। कुरुक्षेत्र में चुनावी रैली के बाद टाइम्स नाउ से खास बातचीत में PM ने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री के लिए यदि अपशब्द कहे जाएँगे, गालियाँ दी जाएँगी, झूठे आरोप लगाए जाएँगे तो पूर्व प्रधानमंत्रियों के भ्रष्टाचार का भी लेखा-जोखा लिया जाएगा। झूठ का जवाब सच से दिया जाएगा।
#ModiToTimesNow | PM @NarendraModi speaks to TIMES NOW again. @MeghaSPrasad in conversation with PM Modi. https://t.co/kbjHcWmo9J
— TIMES NOW (@TimesNow) May 8, 2019
टाइम्स नाउ की पत्रकार ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि विपक्ष के हमलों पर आप क्या कहेंगे? इस सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, “जब मैं 2014 का चुनाव लड़ रहा था तो मुझे कम गालियाँ सुनने को मिलती थीं। अब विपक्ष का हमला बढ़ गया है। गालियों को पचाने का मेरी पाचन शक्ति (डाइजेशन पावर) बढ़ गई है। 2019 में गालियों को पचाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है।”
अगला सवाल ममता के मोदी को अपना प्रधानमंत्री न मानने को लेकर था। यहाँ तक कि फानी चक्रवात के बाद ममता बनर्जी ने मोदी का फोन तक उठाने से इनकार कर दिया था। पत्रकार ने सवाल किया कि ‘ममता बनर्जी ने आपको प्रधानमंत्री मानने से इंकार कर दिया है’, इस पर मोदी ने तंज किया, “उन्हें पाकिस्तान का प्रधानमंत्री पीएम लगता है लेकिन भारत का पीएम उन्हें प्रधानमंत्री नहीं लगता। इसका जवाब देश की जनता देगी।”
हाल ही में कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका ने मोदी की तुलना महाभारत के दुर्योधन से कर दी थी तो इस पर उनका जवाब था, “मैं इसका जवाब मौन रहके दूँगा।”
लगभग पाँच चरण के मतदान सम्पन्न हो चुके हैं, अभी तक के रुझानों के अनुसार बीजेपी बढ़त बनाए हुए है। इसी को मद्देनज़र रखते हुए जब पूछा गया कि उन्हें क्यों लगता है उनकी सरकार 2019 में दोबारा आएगी? इस पर मोदी ने भरोसा जताया कि “मैंने पाँच सालों तक देश का भ्रमण किया है। मैं देश की जनता से जुड़ा हुआ हूँ। हमारा काम बोलता है। 2019 में चुनाव प्रचार के दौरान पहली बार देश में सरकार के पक्ष में (प्रो इन्कम्बैंसी) लहर है। भाजपा इस बार 282 से ज्यादा सीट जीतेगी। हमारे सहयोगियों की सीटें भी बढ़ेंगी। हमारा वोट शेयर भी बढ़ेगा। यह चुनाव सफलताओं से भरा होगा।”
चुनाव प्रचार में अब जब मुद्दे गायब होने लगे हैं और विपक्ष ने पुराने राग फिर से छेड़ना शुरू कर दिया है। फिर से मोदी को गाली देने का चलन बढ़ गया है। विपक्ष विकास के मुद्दे से कतराने लगा है। तब पत्रकार ने मोदी से पूछा कि इस चुनाव में मुद्दे क्या हैं? इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, “चुनाव में मुख्य मुद्दा विकास है लेकिन विपक्ष इससे कन्नी काट रहा है। विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह विकास के मुद्दे पर आए लेकिन वह इससे भाग रहा है। हम चुनावों में आतंकवाद की चर्चा करते हैं। आतंकवाद जब पड़ोस से आएगा तो क्या इस पर चुप रहना चाहिए?”
राहुल के ‘चौकीदार चोर है’ के जवाब में हाल ही में मोदी ने राजीव गाँधी पर वॉर करते हुए उन्हें उनके पूर्व के कामों के आधार पर ललकारा, उसी बयान को आधार बना जब उनसे पूछा गया कि आपके ‘भ्रष्टाचारी नंबर-1’ बयान पर कॉन्ग्रेस हमलावर है। आप क्या कहेंगे? इस सवाल के जवाब में मोदी ने कहा, “कॉन्ग्रेस पार्टी के ‘नामदार’ ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि हम किसी भी प्रकार से मोदी की छवि ध्वस्त करना चाहते हैं। मैंने चुनौती दी है कि अगर कॉन्ग्रेस मौजूदा प्रधानमंत्री को गाली देगी तो पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यों का भी लेखा-जोखा लिया जाएगा। 1984 में सिखों के कत्लेआम, भोपाल गैस कांड, बोफोर्स में भ्रष्टाचार पर कॉन्ग्रेस को जवाब देना ही होगा।”
पत्रकार ने आगे पूछा हमेशा मसूद अजहर का बचाव करने वाला चीन अपना रुख बदलने को कैसे तैयार हुआ? इस पर मोदी ने कहा, “आतंकवाद के संबंध में भारत की बात अब दुनिया मानने लगी है। दुनिया आज कश्मीर के पुराने गाने सुनने को तैयार नहीं है। हमने भारत की सच्चाई से लोगों को अवगत कराया है। एक समय ऐसा था जब रूस भारत के साथ होता था और दुनिया कमोबेश पाकिस्तान के साथ हुआ करती थी लेकिन आज आतंकवाद सहित वैश्विक मुद्दों पर दुनिया हमारे साथ है। हम अपनी बात दुनिया को समझाने में सफल हुए हैं।”
भोपाल में दिग्विजय हिन्दू वोटरों को लुभाने के लिए कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में हठयोग का अनुष्ठान करवा रहे हैं। हालाँकि, कभी हिंदुत्व को भगवा आतंक से जोड़ने का षड़यंत्र रचने वाले दिग्विजय का यह रूप उनकी बेबसी को दर्शाता है। जब टाइम्स नाउ की पत्रकार ने पूछा कि भोपाल में दिग्विजय सिंह ने हजारों साधु-संतों को उतार दिया, इस बारे में आप क्या कहेंगे? इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, “दिग्विजिय सिंह ने भारत की पाँच हजार साल पुरानी परंपरा को आतंकवादी करार दिया। वह जाकिर नाइक को भी ला सकते हैं।”