प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 के 5वें चरण से पहले NDTV को इंटरव्यू दिया है। ‘AMG मीडिया नेटवर्क’ के CEO एवं मुख्य संपादक संजय पुगलिया को दिए गए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि वो टुकड़ों में नहीं सोचते हैं, उनका बहुत ही व्यापक और एकीकृत दृष्टिकोण होता है। पीएम मोदी ने इस दौरान स्पष्ट किया कि सिर्फ मीडिया अटेंशन के लिए काम करना उनकी आदत में नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सोच ये है कि जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा तो हम कहाँ रहेंगे।
उन्होंने जानकारी दी कि इसके लिए 2047 को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार ने काफी मंथन किया है। उन्होंने जानकारी दी कि अगले टर्म में उनकी सरकार ने 100 दिन की बजाए 125 दिन का टारगेट सेट किया है। उन्होंने ‘माय भारत’ के लॉन्च का उदाहरण देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में वो ‘माय भारत’ को किस प्रकार से देश के युवा को जोड़ा जाए और युवा शक्ति में बड़े सपने देखने की आदत डाली जाए इस पर काम होगा। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि पहले हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा दुरुपयोग हुआ है।
उन्होंने कहा कि पहले इसका मतलब होता था- जितना बड़ा प्रोजेक्ट, उतनी ज्यादा मलाई। NDTV से बातचीत में पीएम मोदी ने इस सोच को देश की तबाही के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इसको रिव्यू कर गति देने का काम किया गया। बकौल पीएम मोदी, एक तो स्कोप बहुत बड़ा होना चाहिए और यह टुकड़ों में नहीं होना चाहिए। दूसरा, स्केल बहुत बड़ा होना चाहिए और फिर स्पीड भी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दोनों के अनुसार ही होनी चाहिए।
बकौल पीएम मोदी, स्कोप, स्केल और स्पीड के साथ स्किल भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये चारों चीजें अगर हम मिला लेते हैं तो हम बहुत कुछ हासिल कर लेते हैं। पीएम मोदी ने समझाया कि उनकी कोशिश होती है कि स्किल भी हो, स्केल भी हो और स्पीड भी हो – कोई स्कोप जाने नहीं देना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहाँ करीब 1300 आईलैंड्स हैं, लेकिन पहले हमारे पास इसका रिकॉर्ड नहीं था, उनकी सरकार ने स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग करके भारत में जितने भी आईलैंड्स हैं उसका सर्वे किया है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि कुछ आईलैंड्स तो करीब-करीब सिंगापुर के साइज के हैं, इसका मतलब है कि अगर हम लग जाएँ तो भारत के लिए नया सिंगापुर बनाना मुश्किल नहीं है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने संजय पुगलिया से बातचीत में कहा कि आप जो भारत में डिजिटल क्रांति देख रहे हैं, गरीब के सशक्तिकरण करने का एक सबसे बड़ा साधन डिजिटल रिवॉल्यूशन है। उन्होंने कहा कि असमानता कम करने में डिजिटल रिवॉल्यूशन बहुत बड़ी मदद करेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि AI में भारत दुनिया में लीड करेगा।
पीएम मोदी ने कहा, “बाबासाहेब कहते थे कि इस देश में इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन बहुत जरूरी है, क्योंकि इस देश में दलित, आदिवासी एग्रीकल्चर में कुछ नहीं कर सकता है, क्योंकि वो जमीन का मालिक नहीं है। उसके लिए इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन का हिस्सा बनना बहुत जरूरी है। इसीलिए, मैं मानता हूँ कि भारत में हमें एग्रीकल्चर को मजबूत बनाने के साथ ही इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट भी बहुत जरूरी है। विपक्ष की बातों में कोई सच्चाई नजर नहीं आती। परिवारवादी पार्टियों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि देश के युवाओं में कितना बदलाव आया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आँकड़े गिनाते हुए जिक्र किया कि 2014 के पहले कुछ सौ स्टार्टअप्स थे, आज सवा लाख स्टार्टअप्स हैं, 100 यूनिकॉर्न्स हैं। उन्होंने PLFS (पीरियाडिक लेबर फ़ोर्स सर्वे) के डेटा का जिक्र करते हुए कहा कि बेरोजगारी आधी हो गई है, 6-7 साल में 6 करोड़ नई नौकरियाँ सृजित हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि EPFO (एम्प्लाइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन) 7 साल में 6 करोड़ से ज्यादा नए अवसर रजिस्टर्ड हुए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि वो अति-आत्मविश्वास में नहीं जीते हैं, बल्कि जमीन पर नित्य जीवन का हिसाब-किताब करके कदम रखने वाला इंसान रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो बड़ा और दूर का सोचते हैं, लेकिन जमीन से जुड़े रहते हैं। बकौल पीएम मोदी, देश को मालूम है कि ये काम करने वाली सरकार है, देश को आगे ले जाने वाली सरकार है, गरीबों की समस्याओं को समझने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि आज देश को लग रहा है कि देश में एक ऐसी सरकार है, जिसे हमारे दुखों की चिंता है, हमारे सपनों का अंदाज है और जो हमारे सामर्थ्य को आगे बढ़ाने का प्रयास करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NDTV के संजय पुगलिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आज लोगों को उनकी सरकार के प्रति भरोसा है, इसलिए वो कहते हैं कि इस चुनाव में भाजपा के लिए ऐतिहासिक रिकॉर्ड सेट होने वाला है। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार का 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है – चाहे आतंकवाद के खिलाफ काम हो, चाहे सुरक्षा को लेकर काम हो, चाहे विकास को लेकर काम हो, चाहे विदेश नीति हो – देश की जनता इन सारी बातों को देखती है।
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे जिसे जो कहना है कहे, लेकिन मैं इन सबके (विपक्ष) पापों को खोल कर रहूँगा। मेरा मंत्र है- सबका साथ, सबका विकास। वो वोटबैंक के लिए वोट जिहाद का समर्थन कर रहे हैं। ये सारी चीजें वे सेक्युलरिज्म का नकाब पहनकर कर रहे हैं। मुझे इनका ढोंगी सेक्युलरिज्म का नकाब देश के सामने उतारकर दिखाना है। मुझे कंफ्यूजन नहीं होता है – मैं जो भी करूंगा देश के लिए करूँगा। दूसरा, वो इंसान सही नीति बना सकता है जिसका कोई निजी स्वार्थ नहीं होता है।