प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर कर्नाटक स्थित बांदीपुर टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी में हिस्सा लिया। इस दौरान कैमरे के साथ उनकी तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसके बाद लोग उनके स्टाइलिश लुक्स को लेकर बातें कर रहे हैं। ये राष्ट्रीय उद्यान पश्चिमी घाट और मैसूरु-ऊटी हाइवे के बीच में स्थित है। बांदीपुर टाइगर रिजर्व नीलगिरि की जैविक गतिविधियों का एक अहम हिस्सा है। नागरहोले स्थित राजीव गाँधी नेशनल पार्क भी इसी का हिस्सा है।
ये नेशनल पार्क इसके उत्तर-पश्चिम में स्थित है, जबकि इसके दक्षिण में तमिलनाडु का मुदुमलै वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी है। वहीं इसके दक्षिण-पश्चिम में केरल का वायनाड वाइलफ्लाईफ़ सैंक्चुरी है। पीएम मोदी ने रविवार (9 अप्रैल, 2023) को जंगल सफारी का आनंद लिया। मुदुमलै टाइगर रिजर्व चामराजनगर के गूंदलुपेट तालुका और मैसूरु के एचडी कोटे और नंजनगुड तालुका का हिस्सा है। इसका गठन 19 फरवरी, 1941 को बनाए गए वेणुगोपाल वाइल्ड्लाइफ़ पार्क को विस्तारित कर के हुआ था।
1985 में इस पूरे क्षेत्र को विस्तार देकर 874.20 स्क्वायर फ़ीट का कर दिया गया। फिर इसे बांदीपुर नेशनल पार्क नाम दिया गया। आज 912.04 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्र इस टाइगर रिजर्व के नियंत्रण में आता है। मोदी सरकार बाघों के संरक्षण को लेकर गंभीर है। 1973 में इसे ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के अंतर्गत लाया गया था। मुख्य रूप से यहाँ बाघ और हाथी रहते हैं, लेकिन कई अन्य पशु-पक्षियों की भी भरमार है। पाइथन, भालू और गीदड़ भी यहाँ बहुतायत में हैं।
Some more glimpses from the Bandipur Tiger Reserve. pic.twitter.com/uL7Aujsx9t
— Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2023
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोम्मन और बेल्ली से भी मुलाकात की, जिनके ऊपर ऑस्कर जीतने वाले डॉक्यूमेंट्री ‘The Elephant Whisperers’ बनी है। दोनों हाथियों का पालन-पोषण करते हैं। बांदीपुर टाइगर रिजर्व में पीएम मोदी ने 20 किलोमीटर की जंगल सफारी में हिस्सा लिया। कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी द्वारा किए गए काम का श्रेय पीएम मोदी ले रहे हैं। तिगर रिजर्व के फिल्ड डायरेक्टर्स व अन्य अधिकारियों से भी पीएम मोदी ने मुलाकात की।