पीएस गोले के नाम से पहचाने जाने वाले सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार (मई 27, 2019) को बतौर सिक्किम मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल गंगा प्रसाद ने गंगटोक के पलजोर स्टेडियम में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौक़े पर उनके साथ 11 विधायकों ने भी शपथ ली।
गोले ने 24 साल से अधिक सत्ता में बनी रहने वाली चामलिंग सरकार को हराया, इस कारण से उनकी ये जीत और खास हो गई। प्रेम सिंह तमांग ने नेपाली भाषा में शपथ ली। इस समारोह में पवन कुमार चामलिंग और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट का कोई वरिष्ठ नेता शामिल नहीं हुआ। इन चुनावों में पार्टी ने 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा में 17 सीटों पर जीत हासिल करके स्पष्ट बहुत प्राप्त किया। एसडीएफ को केवल 15 सीटें मिलीं।
पीएस गोले ने बने सिक्किम के नए मुख्यमंत्री, राज्यपाल ने दिलाई गोपनीयता की शपथhttps://t.co/4ErrNSfco5 pic.twitter.com/ZJxNkh6zlv
— Shining India News (@shiningindnews) May 27, 2019
बता दें कि प्रेम सिंह तमंग (पीएस गोले) ने 5 फरवरी, 1968 को एक नेपाली परिवार में जन्म लिया था। कालू सिंह तमंग और धनमाया तमंग उनके माता-पिता का नाम है। गोले ने अपनी स्कूली शिक्षा सोरेंग सीनियर सेकंडरी स्कूल से की और बाद में डार्जिलिंग के सरकारी कॉलेज में उन्होंने स्नातक पूरा किया। राजनीति में कदम रखने से पहले वो सरकारी टीचर थे। बाद में उन्होंने चामलिंग की एसडीएफ ज्वाइन कर ली। 1994 में वो सिक्किम विधानसभा के लिए चुने गए। लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी से खुद को अलग कर लिया। 2013 में एसकेएम का गठन हुआ और अगले ही साल पार्टी ने चुनावों में 10 सीटें जीतीं।
राजनीतिक रिकॉर्ड की बात करें तो पवन कुमार चामलिंग के नाम देश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड है। पवन कुमार चामलिंग 24 साल 163 दिनों तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे। 23 साल 137 दिनों के साथ ज्योति बासु इस रिकॉर्ड में दूसरे स्थान पर हैं। इन दोंनों के साथ खासियत यह रही कि ये दोनों नेता लगातार इतने दिनों तक मुख्यमंत्री बने रहे।