Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीति'माफ़ी माँगे पाकिस्तान का पप्पू, बर्दाश्त नहीं करेंगे PM मोदी पर ओछी टिप्पणी': बिलावल...

‘माफ़ी माँगे पाकिस्तान का पप्पू, बर्दाश्त नहीं करेंगे PM मोदी पर ओछी टिप्पणी’: बिलावल भुट्टो के खिलाफ कश्मीर से गुजरात तक देशव्यापी विरोध प्रदर्शन, लोग बोले – Pak मुर्दाबाद

जम्मू -कश्मीर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। श्रीनगर के जवाहरनगर में पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिलावल का पुतला जलाया गया।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए व्यक्तिगत और अपमानजनक टिप्पणी से पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने बिलावल भुट्टों के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बिलावल भुट्टो का पुतला भी जलाया।

उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर बिलावल भुट्टो के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने भुट्टो का पुतला जलाया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रमुख भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बिलावल से भारतीयों से माफी माँगते हुए अपना बयान वापस लेने की माँग की। लोगों ने बिलावल भुट्टो जरदारी को ‘पाकिस्तान का पप्पू’ भी बताया।

उधर गुजरात में भी कई स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिलावल के खिलाफ प्रदर्शन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजकोट, वडोदरा, गाँधीनगर, बोटाद, महिसागर,जूनागढ़ और कई अन्य स्थानों पर प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने भुट्टो के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ स्थानों पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का पुतला भी फूँका गया। गाँधीनगर में प्रदेश बीजेपी के युवा मोर्चा ने भुट्टो की निंदा करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन भी दिया।

गाँधीनगर में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ता (फोटो साभार प्रशांत कोरात)

महाराष्ट्र के औरंगाबाद समेत कई इलाकों में लोगों ने बिलावल भुट्टो के खिलाफ नाराजगी जताई। पुणे में भाजपा प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया और अपना आक्रोश व्यक्त किया। पाकिस्तान विरोधी नारेबादी करते हुए लोगों ने कहा कि हम अपने प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई भी बयान बर्दाश्त नहीं करेंगे।

औरंगाबाद में बिलावल के खिलाफ प्रदर्शन (फोटो साभार एआईआर)

इतना ही नहीं, जम्मू -कश्मीर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। श्रीनगर के जवाहरनगर में पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिलावल का पुतला जलाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पाकिस्तान और बिलावल भुट्टो को माफी माँगनी चाहिए। कार्यकर्ताओं के हाथों में बैनर्स और प्ले कार्ड भी नजर आए। जिसपर पाकिस्तान विरोधी नारे लिखे थे। जम्मू में भी भाजपा की तरफ से रैली निकाली गई।

आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत द्वारा लताड़े जाने के बाद बिलाबिलाए बिलावल भुट्टो ने सार्वजनिक मंच पर दुनिया के सामने अनाप-शनाप बकना शुरू कर दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जारदारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बिलावल ने कहा, “मैं भारत को बताना चाहता हूँ कि ओसामा बिन लादेन तो मर चुका है, लेकिन ‘गुजरात का कसाई’ अभी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है।”

बिलावल ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पहले अमेरिका ने उनकी एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। दरअसल इसके पहले जब बिलावल ने कश्मीर और आतंकवाद का मुद्दा उठाया था, तब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान पर करारा हमला करते हुए कहा था कि जो आतंकी ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करता हो, पड़ोसी देश की संसद पर हमला करता हो वो संयुक्त राष्ट्र में उपदेशक बन रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -