पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने आप सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने और उनके पत्रों का जवाब नहीं देने का आरोप लगाया है। राज्यपाल और भगवंत मान के बीच विवाद इतना बढ़ गया है कि बात राष्ट्रपति शासन लगाने की आ गई है। राज्यपाल ने सीएम भगवंत मान को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि, अगर उन्होंने उनके पत्रों का जवाब नहीं दिया तो वे राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर सकते हैं।
Punjab Governor Banwarilal Purohit asks CM Bhagwant Mann to reply to his letters, warns he could recommend President's rule in state
— Press Trust of India (@PTI_News) August 25, 2023
क्या है पूरा मामला
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शुक्रवार (25 अगस्त, 2023) को भगवंत मान को चेतावनी दी कि वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर सकते हैं। राज्यपाल ने कहा है कि अगर उन्हें उनके पत्रों का जवाब नहीं मिला तो वह फौजदारी प्रक्रिया भी शुरू कर सकते हैं।
राज्यपाल ने भगवंत मान को भेजे गए पत्र में कहा, “मैं आपसे माँगी गई सूचनाएँ उपलब्ध कराने और राज्य में मादक पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए आपके द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देने को कहा। ऐसा नहीं होने पर मेरे पास कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करने के अलावा अन्य विकल्प नहीं होगा।”
"…Not furnishing the information which was sought by the Governor would be plainly in dereliction of the constitutional duty which is imposed on the CM….failing which I would have no choice but to take action according to law & the Constitution…" Governor of Punjab,… pic.twitter.com/9vEzKdOLp1
— ANI (@ANI) August 25, 2023
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि राज्यपाल द्वारा माँगी गई जानकारी न देना स्पष्ट रूप से संवैधानिक कर्तव्य का अपमान है, जोकि सीएम भगवंत मान पर लगाया गया है। दरअसल, भगवंत मान राज्यपाल के पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं। इस पर राज्यपाल ने कहा कि ऐसा न करने पर उनके पास कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में भी उन्हें इस संवैधानिक प्रावधान का सम्मान करने की सलाह दी थी, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को 10-15 पत्र लिखे लेकिन उनमें से कई का जवाब नहीं मिला या अधूरा जवाब मिला। उन्होंने कहा कि मैं कोई भी जानकारी माँगता हूँ तो सीएम मान नाराज हो जाते हैं।”
पुरोहित ने सीएम मान के बयान का विरोध करते हुए कहा कि वो कहते है कि वो केवल तीन करोड़ पंजाबियों के प्रति जवाबदेह हैं, राजभवन के प्रति नहीं, लेकिन उन्हें राज्य को संविधान के अनुसार चलाना है उनकी सनक के अनुसार नहीं, आप बादशाह थोड़े हो।
इससे पहले राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सीएम भगवंत मान पर जून में हुए विधानसभा सत्र के दौरान उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान पारित हुए चार विधेयक में से एक राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल की शक्तियों को छीनने वाला था। राज्यपाल ने इसे पूरी तरह से अवैध करार दिया था। पुरोहित ने सीएम मान पर संविधान की धारा 167 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।
संवैधानिक तंत्र की विफलता
राज्यपाल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह संवैधानिक तंत्र की विफलता पर राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेज सकते हैं। राज्यपाल ने सलाह दी कि वह संविधान के अनुच्छेद 356 और भारतीय दंड संहिता की धारा 124 के तहत अंतिम निर्णय लें, इससे पहले सीएम भगवंत मान उचित कदम उठाएँ।