कहा जा रहा है जब अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद बंगला छोड़ा तो उन्होंने इसकी चाबी पीडब्लूडी को दी ही नहीं, जो तस्वीर सामने आई थी वो मात्र दिखावा थी। वहीं इसके बाद सीएम आतिशी इसमें सामान रखने लगीं। इसी को लेकर भाजपा ने सवाल उठाए और मामला प्रकाश में आया। अब सीएम आतिशी की ओर कहना है कि उनका सामान एलजी ने आवास से बाहर फिंकवा दिया है जबकि एलजी का इस संबंध में कहीं कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
केजरीवाल के बाद बंगले में शिफ्ट हुईं सीएम आतिशी
मालूम हो कि 17 सितंबर को अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और 21 सितंबर को आतिशी ने सीएम पद की शपथ ली थी। इसके बाद 4 अक्तूबर को खबर आई कि ‘ईमानदारी की मूरत’ केजरीवाल ने खुद ही सीएम आवास (6 फ्लैगस्टॉफ रोड बंगला) खाली कर दिया है और फिरोजशाह कोटला स्थित AAP सांसद अशोक मित्तल के आवास पर शिफ्ट हो गए हैं।
सुनीता केजरीवाल की बाकायदा चाबी सौंपते फोटो भी दिखाई गई जिसे देख कई AAP समर्थक भावुक हुए। सबने अपने अंदाज में अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी और निष्ठा की तारीफ की। लेकिन, इसके बाद पीडब्लूडी द्वारा लिखे गए पत्र से पता चला कि सुनीता केजरीवाल ने ये चाबी पीडब्लूडी को दी ही नहीं। फोटो खिंचाते टाइम जो चाबी सौंपी गई थी वो भी बाद में वापस ले ली गई।
पीडब्लूडी को चाबी देना क्यों जरूरी
दरअसल, जब भी कोई अधिकारी या नेता सरकारी आवास को खाली करता है तो बंगले की चाबी पीडब्लूडी को दी जाती है। इसके बाद पीडब्लूडी उसे कब्जे में लेकर उसकी इंवेंट्री बनाता है और उसके बाद घर किसी को आवंटित होता है। इस मामले में चाबी पीडब्लूडी तक पहुँची ही नहीं। सीधे 7 अक्तूबर को सीएम आतिशी बंगले में शिफ्ट हो गईं और अपना सामान वहाँ रखवा दिया।
#WATCH | Visuals from outside the residence of Delhi Chief Minister, 6-flag Staff Road, Civil Lines.
— ANI (@ANI) October 9, 2024
A team of PWD officials has reached here. Delhi CMO claims that Delhi LG got all the belongings of Chief Minister Atishi removed from the Chief Minister's residence. pic.twitter.com/L3ukGlWYLk
इसके बाद पहले विजिलेंस विभाग ने केजरीवाल के स्पेशल सेक्रेट्री समेत तीन अधिकारियों को शो-कॉज नोटिस भेजा। सवाल हुए कि सीएम आवास की चाबियाँ पीडब्लूडी को क्यों नहीं सौंपी गईं। वहीं जब अन्य दलों को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने भी सवाल खड़े किए। भाजपा ने भी पूछा कि आखिर शीशमहल में ऐसा क्या है जो चाबियाँ देकर वापस ले ली गई। विवाद बढ़ा तो पीडब्लूडी ने इस पर एक्शन लेते हुए 9 अक्तूबर को बंगला सील कर दिया।
#WATCH | On Delhi CM's residence, Delhi BJP President Virendraa Sachdeva says, "… Arvind Kejriwal's 'Sheesh Mahal' has finally been sealed… What secrets are hidden in that bungalow that without handing over the keys to the concerned department, you were trying to enter the… pic.twitter.com/wHoOHYzOML
— ANI (@ANI) October 9, 2024
बंगला हुआ सील
जानकारी के मुताबिक, PWD के अधिकारी 9 अक्तूबर 2024 की सुबह 11-11:30 बजे सीएम आवास आए थे जहाँ उन्हें आवास की चाबियाँ सीएम आतिशी के पास मिलीं, जब सवाल हुए तो पता चला कि आतिशी पर सिर्फ चाबियाँ हैं, बंगले से जुड़े आधिकारिक दस्तावेज नहीं। ऐसे में उनसे चाबियाँ ले ली गईं और आवास सील कर दिया गया।
इसके बाद सीएम आतिशी ने एलजी पर इल्जाम लगाया कि उन्होंने भाजपा के कहने पर उनको सीएम आवास से बाहर करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम आवास किसी बड़े भाजपा नेता को देने की तैयारी हो रही है। वो बंगले को हथियाना चाहते हैं। इसी प्रकार आप नेता संजय सिंह ने भी कहा कि भाजपा ये आवास कब्जाना चाहती है इसलिए ये सब हुआ है।
27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही BJP अब झूठ फैलाकर CM आवास पर क़ब्ज़ा करना चाह रही‼️
— AAP (@AamAadmiParty) October 9, 2024
♦️ @ArvindKejriwal जी द्वारा मुख्यमंत्री आवास ख़ाली किए जाने का सरकारी और लिखित प्रमाण पत्र है
♦️ मुख्यमंत्री के तौर पर अब @AtishiAAP जी को वहां रहने जाना था लेकिन पत्र लिखने के बावजूद CM… pic.twitter.com/SRbtTPvnDr
क्या ‘शीशमहल’ है मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास
सच्चाई जबकि ये है कि जिस ‘शीशमहल’ बंगले पर ताला लगा है वो कोई आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास नहीं है। इसके मालिक पीडब्लूडी हैं। उन्हें ही अधिकार है कि वो इसे किसे आवंटित करेंगे। वहीं सीएम आतिशी को पहले से 17एबी मथुरा रोड का आवास मिला हुआ है। ऐसे में उन्हें दो आवास कैसे मिल सकते हैं। जानकारी ये भी हो कि दिल्ली में मुख्यमंत्री के लिए कोई आधिकारिक आवास नहीं है। अरविंद केजरीवाल से पहले सीएम रहीं शीला दीक्षित पहले एबी-17 मथुरा रोड और दूसरे कार्यकाल में 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग वाला बंगला में रही थीं। वहीं 1993 में मदनलाल खुराना को 33 शामनाथ मार्ग मिला था और साहिब सिंह वर्मा 9 शामनाथ मार्ग मिला था।