दिल्ली में गठबंधन का रार थमता नज़र नहीं आ रहा है। कभी ख़बर आती है कि डील फाइनल हो चुकी है तो कभी समाचार मिलता है कि बातचीत बंद हो गई है। कभी ख़बर आती है कि बंद दरवाजों में बातचीत शुरू हो गई है तो कभी सूचना मिलती है कि बात नहीं बन सकी। कभी अरविन्द केजरीवाल ट्वीट कर राहुल गाँधी को नसीहत देते हैं तो कभी शीला दीक्षित मीडिया में आकर केजरीवाल की बढ़ी हुई माँगों के कारण उन्हें घेरती हैं। अब गठबंधन का ये रार पूरी तरह ट्विटर पर उतर आया है। दोनों पार्टी के बीच ट्विटर पर ही तू-तू, मैं-मैं शुरू हो चुका है। इसमें कुछ पत्रकार और अन्य नेतागण भी मज़े ले रहे हैं। इन दोनों के रगड़े में यूजर्स के तो मज़े ही मज़े हैं।
कौन सा U-टर्न?अभी तो बातचीत चल रही थी
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 15, 2019
आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं
आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं https://t.co/9jnYXJFA0S
राहुल गाँधी ने ट्वीट कर कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने फिर से यू-टर्न लिया है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली में आप-कॉन्ग्रेस गठबंधन का सीधा परिणाम यह होगा कि भाजपा की कड़ी हार हो जाएगी। उन्होंने अपनी पार्टी के ‘त्याग’ का जिक्र करते हुए लिखा कि कॉन्ग्रेस आप को 4 सीटें देने को राजी है लेकिन आप नहीं मान रही। केजरीवाल के यू-टर्न का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि गठबंधन के लिए उनके दरवाजे खुले हैं लेकिन समय तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
अगर आप वाक़ई में मोदी शाह को हराना चाहते है तो दिल्ली में गठबंधन करिये और हरियाणा चंडीगढ़ में बातचीत करते रहिये । दोनों को लिंक क्यों कर रहे हैं ? @ArvindKejriwal @RahulGandhi https://t.co/z27Imef8Kt
— ashutosh (@ashutosh83B) April 15, 2019
राहुल गाँधी के इस बयान पर मोदी-शाह नामक ‘ख़तरे’ का जिक्र करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गाँधी दिखावा और बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गाँधी पर यूपी सहित अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँटने का आरोप लगाया। इसके बाद आम आदमी पार्टी छोड़ चुके आशुतोष का भी दर्द छलक आया और उन्होंने मोदी-शाह को हराने के लिए दिल्ली पर बातचीत करने और हरियाणा तथा चडीगढ़ को बिना लिंक किए बातचीत करने की सलाह दी।
Kejri and Rahul to each other ?? pic.twitter.com/Bc2X9Tib2Z
— chowkidar desh bhakt (@deshbhaktgujju) April 15, 2019
ट्विटर यूजर्स ने इस बीच जम कर मज़े लिए। एक यूजर ने लिखा कि अगर कॉन्ग्रेस ज्यादा दिमाग चला लेती तो ये लोग साढ़े-साढ़े तीन सीटों पर भी समझौता कर सकते थे।
वो तो शुक्र है राहुल जी ने ज्यादा दिमाग नही चलाया वरना ये दोनो साढे साढे तीन सीटे भी बाँट सकते थे?
— पुनीत नन्दन (@DrPuneet_Nandan) April 15, 2019
एक अन्य यूजर ने आशुतोष की रोती हुई फोटो शेयर कर के उनके हवाले से लिखा कि गठबंधन कर लो वरना मोदीजी जीत जाएँगे। बाद में किसी ने उस पर रिप्लाई किया कि आशुतोष तो न अब पत्रकार रहे और न नेता।
मोदी जी तो जीते जिताये है चाहे कितने गठबंधन करलो आशुतोष जी तुम्हे कुछ मिलने वाला नही है तुम कही के नही रहे ना पत्रकार ना नेता….??
— चौकीदारmukeshkumar (@MukeshK20947157) April 15, 2019
फिलहाल आप-कॉन्ग्रेस गठबंधन पर राजनीतिक पंडित तरह-तरह के आकलन लगा रहे हैं लेकिन अभी तक बात बनती दिख नहीं रही। हाल ही में अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि वो इस गठबंधन के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।