पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद घटनास्थल पर पहुँचे हैं। इस दौरान उन्होंने सिलीगुड़ी स्थित नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज पहुँच कर घायलों से भी उनका हालचाल जाना। वहीं दुर्घटना स्थल तक पहुँचने के लिए उन्होंने बाइक का सहारा लिया। उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि रेल मंत्री सिर्फ रील बनाने में व्यस्त हैं और यात्रियों के जीवन की उन्हें कोई चिंता नहीं है।
इस घटना में 9 लोगों को मौत हुई है, जिनमें 2 रेलवे के कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं 9 गंभीर रूप से घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, 32 ऐसे लोग हैं जिन्हें मामूली चोटें आई हैं। सोमवार (17 जून, 2024) की सुबह एक मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस में घुस गई, जिस कारण दार्जीलिंग जिले में ये हादसा हुआ। सुबह के साढ़े 8 बजे के करीब ये घटना हुई, तब लोगों को ज़ोर की आवाज़ सुनाई दी। कमीशन ऑन रेलवे सेफ्टी को इस मामले की जाँच सौंपी गई है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राहत व बचाव कार्य ख़त्म कर लिया गया है, अब जो क्षति हुई है उसे ठीक करने का काम किया जा रहा है। ये रेलवे की मेन लाइन है। उन्होंने कहा कि किस चूक के कारण ये घटना हुई उसकी पहचान की जाएगी और भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए प्रबंध किए जाएँगे। ये घटना रंगापानी इलाके में हुई है। ये ट्रेन सियालदह जा रही थी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि ये मानवीय भूल से हुई घटना प्रतीत हो रही है, कार्गो ट्रेन के ड्राइवर की भी मौत हो गई है।
#WATCH | West Bengal: Railways Minister Ashwini Vaishnaw to shortly visit the Kanchenjunga Express train accident site in Darjeeling district. pic.twitter.com/wmAti3z2MV
— ANI (@ANI) June 17, 2024
जहाँ दुर्घटना हुई, वो जगह जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। कंचनजंगा एक्सप्रेस के 4 और मालगाड़ी के 5 डब्बे इस दौरान पटरी से उतर गए थे। भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि घोषित की है, वहीं गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख रुपए व घायलों के लिए 50,000 रुपए की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुर्घटना पर दुःख जताया है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।