मुंबई और नागपुर पुलिस ने नागपुर के रहने वाले समित ठक्कर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महाराष्ट्र सरकार को आदित्य ठाकरे को बेबी पेंगुइन कहे जाने से आपत्ति है। गिरफ्तारी की वजह यह भी बताई गई है कि समित ठक्कर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। बताया जा रहा है कि ट्विटर यूजर समित ठक्कर ने सोशल मीडिया पर आदित्य ठाकरे को बेबी पेंगुइन कहा था।
समित ठक्कर पर मामला दर्ज
2 जुलाई को समित पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई, पहली नागपुर में और दूसरी वीपी रोड पुलिस थाना मुंबई। समित पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया मंचों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और नितिन राउत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। 1 और 30 जून को समित ने ठाकरे परिवार पर टिप्पणी की थी 1 जुलाई को राउत पर टिप्पणी की थी।
अदालत ने दिया वीपी रोड पुलिस थाने में हाजिर होने का आदेश
ठक्कर ने इस प्रकरण में अपनी गिरफ्तारी टालने के लिए बॉम्बे उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। साथ ही अदालत से निवेदन किया है कि एफ़आईआर ख़त्म कर दी जाए। 1 अक्टूबर को हुई इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश एसएस शिंदे और एमएस कर्णिक की पीठ ने आदेश दिया कि ठक्कर जाँच में सहयोग करें और बयान दर्ज कराने के लिए वीपी पुलिस थाने में मौजूद हों।
5 अक्टूबर को समित ठक्कर ने वीपी रोड पुलिस थाने में अपने दो वकीलों के साथ आए और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। इस दौरान मुंबई पुलिस की साइबर सेल टीम भी मौजूद थी, इसके बाद ठक्कर वाशरूम जाने का बहाना बना कर थाने से भाग गया। 9 अक्टूबर को समित ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान बयान दिया था कि वह थाने से इसलिए भागा क्योंकि उसे डर था कि साइबर सेल की टीम उसे गिरफ्तार कर लेगी। फिर अदालत ने अपने आदेश में कहा कि फ़िलहाल समित पर किसी भी तरह की कार्रवाई न की जाए और पुलिस एफ़आईआर की कॉपी उपलब्ध करा कर उसका बयान दर्ज कराए।
जारी किए गए आदेशानुसार 16 अक्टूबर को दोबारा ठक्कर को पुलिस थाने में पेश होना था लेकिन वह पेश नहीं हुआ। 23 अक्टूबर को ठक्कर के अधिवक्ता ने अभिनव चंद्रचूड़ उसकी जगह पर पेश होने से मना कर दिया था साथ ही ‘ब्रीफ़’ भी लौटा दी। इसके बाद अधिवक्ता रसपाल सिंह रेनू ने न्यायालय क इस बात की जानकारी दी कि चंद्रचूड़ ने ब्रीफ़ लौटा दी है और नया अधिवक्ता प्रदान करने के लिए मोहलत दी जाए।
ठक्कर के समर्थन में ट्विटर पर #BabyPenguin कर रहा है ट्रेंड
समित ठक्कर को कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किए जाने पर सोशल मीडिया यूजर्स उसके समर्थन में उतर आए और ट्विटर पर #BabyPenguin ट्रेंड करने लगा। ठक्कर पर आरोप है कि उसने आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का ‘मोहम्मद आज़म शाह’ उर्फ़ ‘बेबी पेंगुइन’ कहा था। इसके अलावा ठक्कर ने उद्धव ठाकरे को आधुनिक युग का ‘औरंगज़ेब’ कहा था और नितिन राउत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
क्यों कहा जाता है आदित्य ठाकरे को बेबी पेंगुइन
सोशल मीडिया पर अक्सर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का ‘पेंगुइन’ कहकर मजाक बनाया जाता है। इसके पीछे वजह यह है कि महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस सरकार के दौरान उन्होंने मुंबई के चिड़ियाघर में पेंगुइन लाने पर जोर दिया था।
आदित्य ठाकरे की जबरदस्ती पर पेंगुइन को दक्षिण कोरिया के सियोल से मुंबई चिड़ियाघर में लाने के लिए एक असफल परियोजना शुरू की गई थी। और फिर इसके लिए कृत्रिम वातावरण बनाया गया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद, कुछ पेंगुइन्स की मौत हो गई।
मुंबई में मौसम ऐसे पक्षियों के अनुकूल नहीं है और ऐसे प्रोजेक्ट पर अनावश्यक रूप से पैसा लगाया गया। पेंगुइन के प्रति आदित्य ठाकरे परिवार और उनकी पार्टी के लगाव के कारण ही उन्हें ‘बेबी पेंगुइन’ नाम देकर मजाक बनाया जाता है।