Wednesday, November 6, 2024
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GO मोदी-शाह, GO बाबुल सुप्रियो GO: शेहला रशीद ने किया जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों का समर्थन

शेहला रशीद ने मोदी सरकार के मंत्रियों को अशिक्षित बताते हुए लिखा कि वे आरएसएस के साथ मिल कर भारत के शैक्षिक संस्थानों और आलोचना करने वाले संस्थानों का दमन कर रही है।

जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद ने जाधवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों का समर्थन किया है। केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री बाबूल सुप्रियों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले छात्रों का समर्थन करने पर लोगों ने शेहला रशीद को फटकार लगाई। ट्विटर पर लोगों ने कहा कि शेहला द्वारा ऐसे छात्रों का समर्थन दिखता है कि वह एक केंद्रीय मंत्री के साथ छात्रों की गुंडागर्दी का समर्थन करती हैं। शेहला रशीद ने एक ट्वीट पर कमेंट करते हुए इन छात्रों का समर्थन किया।

शेहला ने जिस ट्वीट का समर्थन किया, उसमें छात्र ‘गो मोदी’, ‘गो अमित शाह’ और ‘बाबुल जाओ’ जैसे नारे लगाते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो में गाने की शक्ल में जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री बाबूल सुप्रियों को जाने को कह रहे हैं। ट्वीट में लिखा गया है कि मोदी, शाह और सुप्रियों की बंगाल में कोई ज़रूरत नहीं है और उन्हें वापस जाना चाहिए। साथ ही भाजपा को फासिस्ट पार्टी बताया गया है।

शेहला रशीद ने मोदी सरकार के मंत्रियों को अशिक्षित बताते हुए लिखा कि वे आरएसएस के साथ मिल कर भारत के शैक्षिक संस्थानों और आलोचना करने वाले संस्थानों का दमन कर रही है। शेहला ने भाजपा और आरएसएस को बौद्धिकता और विज्ञान विरोधी करार दिया। शेहला ने लिखा कि विज्ञान से घृणा करने वाली मोदी सरकार की विचारधारा नाज़ी जर्मनी से मिलती-जुलती है।

शेहला रशीद ने पाक पीएम इमरान ख़ान की उसी बात को एक तरह से दुहराई है, जिसमें वो पीएम मोदी की तुलना हिटलर से करते रहे हैं। इमरान ख़ान आरएसएस की विचारधारा को हिटलर की नाजी आइडियोलॉजी से प्रेरित बताते रहे हैं। शेहला रशीद का ताज़ा बयान भी उसी लाइन पर है। शेहला ने याद दिलाया कि कैसे नाजी क़िताबें जला दिया करते थे?

बता दें कि कोलकाता स्थित जाधवपुर यूनिवर्सिटी में बाबुल सुप्रियो एबीवीपी के एक सेमिनार में हिस्सा लेने पहुँचे थे। छात्रों ने उनके ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया, काले झंडे दिखाए और नारे लगाए। छात्रों ने केंद्रीय मंत्री के साथ हाथापाई भी की। स्थिति की गंभीरता को भाँपते हुए राज्यपाल और जाधवपुर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति जगदीप धनखड़ को भारी पुलिस बल के साथ यूनिवर्सिटी कैम्पस पहुँचना पड़ा, जिसके बाद बाबुल सुप्रियो को वहाँ से निकला जा सका।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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