आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल एक दिवसीय दौरे पर सोमवार (जून 14, 2021) को गुजरात पहुँचे, जहाँ उन्होंने आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया। ‘दैनिक भास्कर’ की खबर के अनुसार, अहमदाबाद में आश्रम रोड स्थित वल्लभ सदन हवेली मंदिर के बगल वाले हॉल में आयोजित केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंदर जाने वाले लोगों से जूते-चप्पल पहले ही उतरवा लिए गए।
भास्कर ने अपनी खबर में बताया है कि लोग इस बात की चर्चा करते रहे कि सीएम केजरीवाल के प्रेस कॉन्फ्रेंस में घुसने वाले लोगों से जूते-चप्पल क्यों उतरवाए जा रहे हैं। पत्रकारों, आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं समेत सभी लोगों से जूते-चप्पल बाहर ही उतरवा लिए गए थे। हालाँकि, इस दौरान पुलिसकर्मी जूते पहने हुए नजर आए। बी-डिवीजन के ACP एलबी झाला और गुजरात यूनिवर्सिटी के PI वीजे जडेजा जूते पहने हुए दिखे।
खबर की मानें तो केजरीवाल पर हमले की आशंका से लोगों के जूते-चप्पल उतरवा लिए गए, ऐसी संभावना है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि AAP के कई कार्यकर्ता प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल के बाहर ही खड़े हैं। ये भी ज्ञात हो कि अरविंद केजरीवाल पर हमले की घटनाएँ कोई नई बात नहीं है और उन्हें थप्पड़ मारने के अलावा स्याही, मिर्ची पाउडर और जूते-चप्पल फेंकने की घटनाएँ भी सामने आ चुकी हैं। अप्रैल 9, 2016 को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक युवक ने उन पर जूता उछाल दिया था।
आप को जूते-चप्पलों का डर: अहमदाबाद में केजरीवाल की पीसी में पहुंचे लोगों से हॉल के बाहर उतरवाए जूते-चप्पल; बिना आई कार्ड वाले कार्यकर्ताओं को एंट्री नहींhttps://t.co/gjE44pFgrQ @ArvindKejriwal @AamAadmiParty #ahemadabad #ArvindKejriwal
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) June 14, 2021
अहमदाबाद के प्रेस कॉन्फ्रेंस में आसपास के कई जिलों से AAP कार्यकर्ता वहाँ पहुँचे थे। कईयों के पास पार्टी का ID कार्ड न होने के चलते उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस वाले हॉल में एंट्री की अनुमति ही नहीं मिली। सिर्फ आईडी कार्ड वाले कार्यकर्ताओं को ही भीतर जाने की अनुमति मिली। प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने भाजपा-कॉन्ग्रेस पर अपनी-अपनी दुकान चलाने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि भाजपा को ज़रूरत पड़ने पर कॉन्ग्रेस ही माल सप्लाई करती है और दोनों में 27 सालों की दोस्ती है।
केजरीवाल ने “आज कॉन्ग्रेस, भाजपा की जेब में है। गुजरात में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों का बुरा हाल है। व्यापारी वर्ग डरा हुआ है। इसकी जिम्मेदार ये दोनों पार्टी हैं। गुजरात का मॉडल आज खराब हालत में हैं और इसे हम अच्छा करेंगे।” अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि कॉन्ग्रेस आलाकमान से नाराज़ हार्दिक पटेल को AAP अपना चेहरा बना सकती है। हार्दिक ने इन अटकलों के बाद स्पष्टीकरण देकर इन्हें नकारा।