कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने कहा है कि यदि उनकी सरकार राज्य की सत्ता में वापसी करती है तो मुस्लिमों के लिए 4 प्रतिशत का कोटा फिर से बहाल कर दिया जाएगा। पिछले महीने ही बोम्मई सरकार ने राज्य में 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर दिया था। सिद्धारमैया ने टीपू जयंती बहाल करने को लेकर कहा है कि इस पर विधायकों और मंत्रिमंडल के साथ बैठक के बाद सलाह लिया जाएगा।
सिद्धारमैया ने इंडिया टुडे के राउंड टेबल कार्यक्रम में शिरकत करते हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया। वे पत्रकार राजदीप सरदेसाई के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान उनसे राज्य में 4 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण खत्म किए जाने को लेकर सवाल किया गया। जवाब देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि यदि राज्य में कॉन्ग्रेंस की सरकार बनती है तो बीजेपी द्वारा खत्म किए गए मुस्लिम आरक्षण को फिर से लागू कर दिया जाएगा। सिद्धारमैया ने कहा कि हम लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था करेंगे।
Will restore 4% Muslim quota in Karnataka, if elected: @siddaramaiah, Former CM #KarnatakaRoundtable #KarnatakaConclave #KarnatakaElections2023 @sardesairajdeep pic.twitter.com/2TUE7jIAWd
— IndiaToday (@IndiaToday) April 22, 2023
बता दें कि मार्च 2023 में कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार ने मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर दिया था। सरकार ने वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय के आरक्षणों में 2-2 प्रतिशत की वृद्धि कर दी थी। बीजेपी सरकार ने मुस्लिमों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) श्रेणी के तहत मिलने वाले आरक्षण श्रेणी में शामिल कर दिया था। इसके तहत आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त होता है। सीएम बोम्मई ने कहा था कि मुस्लिमों को 4 प्रतिशत की जगह अब 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा।
इसी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कॉन्ग्रेस ने असंवैधानिक रूप से राज्य में चार प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण को लागू किया था। उन्होंने कहा कि इसे लागू करने के लिए कॉन्ग्रेस संविधान के खिलाफ चली गई थी। इसे भाजपा सरकार ने खत्म कर अन्य समुदायों का आरक्षण बढ़ाया।