उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रविवार (22 सितंबर 2024) को मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। अजीत प्रसाद फैज़ाबाद लोकसभा सीट से सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। यह मामला रवि तिवारी नाम नाम के युवक ने अपने अपहरण और मारपीट का आरोप लगा कर दर्ज करवाया है। यह झगड़ा एक जमीनी विवाद को ले कर हुआ था जिसमें अजीत प्रसाद के साथी शशिकांत राय व राजू यादव भी नामजद हैं। पुलिस द्वारा की जा रही में पीड़ित द्वारा लगाए गए आरोपों के सबूत पाए गए हैं। इस बीच, सपा सांसद अवधेश प्रसाद अपने बेटे के साथ खुल कर खड़े हो गए हैं।
पीड़ित रवि तिवारी ने अपनी शिकायत में अजीत प्रसाद को ‘राजनीतिक दबंग’ बताया है। उनकी FIR के अनुसार, 21 सितंबर 2024 को अजीत प्रसाद, शशिकांत राय, और राजू यादव 5 गाड़ियों में सवार होकर आए। उनके साथ 15-20 अन्य लोग भी थे। अजीत प्रसाद ने रवि तिवारी को एक बैंक के सामने से जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद, रवि को शहर के विभिन्न हिस्सों में घुमाया गया। इस दौरान अजीत प्रसाद ने पीड़ित के सिर पर पिस्टल तान दी और उसके साथ मारपीट की गई।
रवि तिवारी का आरोप है कि अजीत और उनके साथियों ने उनसे 1 लाख रुपये वापस लेने के लिए दबाव डाला और इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया। FIR के अनुसार, आरोपितों ने इस पैसे से संबंधित विवाद का निपटारा करने के लिए दबाव बनाया और मारपीट की।
सभी आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 140 (3), 115 (2), 191 (3) और 351 (3) के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। इन आरोपों पर अयोध्या के पुलिस अधीक्षक(सिटी) मधुबन कुमार सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि CCTV फुटेज में पीड़ित द्वारा लगाए गए 5 गाड़ियों से आरोपितों के आने की पुष्टि हुई है। इसी वीडियो में यह भी सामने आया है कि आरोपित पीड़ित को अपने साथ ले गए थे।
वादी को बंधक बनाने व मारने पीटने के सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना को0 नगर पर पंजीकृत अभियोग के सन्दर्भ में की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक नगर की बाईट। #UPPolice pic.twitter.com/KEOFTdhoZn
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) September 22, 2024
पुलिस अधीक्षक नगर ने आगे बताया कि जमीन संबंधी लगा गए आरोपों पर भी जाँच में प्रमाण जुटाए गए हैं। विक्रेता ने यह स्वीकार किया है कि उसने रवि तिवारी को अपनी जमीन बेची थी। पीड़ित का दावा है कि उसने शीतला प्रसाद नाम के एक व्यक्ति को उसकी जमीन खरीदने के नाम पर 1 लाख रुपए का एडवांस दिए थे। रवि का दावा है कि उन्होंने शीतला प्रसाद की जमीन को अजीत प्रसाद और लाल बहादुर नाम के नाम पर बैनामा कराने में मध्यस्थता की थी।
अवधेश प्रसाद की नजर में बेटा बेगुनाह
इस बीच सपा सांसद अवधेश प्रसाद खुल कर अपने बेटे के समर्थन में उतर गए हैं। उन्होंने अजीत प्रसाद पर लगे आरोपों को झूठा, भ्रामक और राजनीति से प्रेरित बताया है। अखिलेश यादव द्वारा खुद से अपने बेटे को टिकट दिए जाने का जिक्र करते हुए अवधेश प्रसाद ने भाजपा को डरा बताया। इसी दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका बेटा बड़े वोटों के अंतराल से चुनाव जीतने जा रहा है।
#WATCH | Ayodhya, UP: On FIR registered against his son Ajit Prasad and others at Kotwali Nagar PS in Ayodhya for allegedly kidnapping a man, SP MP from Faizabad (Ayodhya) Awadhesh Prasad says, "The case is baseless and false. Elections will be held for Milkipur by-elections and… pic.twitter.com/c3FWLary2x
— ANI (@ANI) September 23, 2024
फ़िलहाल अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। आरोपितों के खिलाफ सबूत जुटाने व दबिश के लिए पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया है। मामले में जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने अयोध्या की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है।
अयोध्या में सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद पर लगे ये गंभीर आरोप उनके चुनावी अभियान को बड़ा झटका दे सकते हैं। अपहरण, मारपीट और पिस्टल तानने जैसे गंभीर आरोपों के बीच पुलिस की जाँच जारी है। वहीं, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने अपने बेटे को निर्दोष बताया है और इसे राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच के बाद इस मामले में क्या नतीजा निकलता है और आरोपितों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।