इंडी गठबंधन की बिहार में प्रमुख साझेदार पार्टी आरजेडी का सनातन पर हमला लगातार जारी है। अब लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के घर के बाहर विवादित पोस्टर लगा मिला है। इसमें मंदिर को गुलामी का मार्ग बताया गया है। ये पोस्टर राजद समर्थकों ने लगाए हैं।
पोस्टर को 7 जनवरी 2024 को सावित्री बाई फुले की जयंती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम के लिए लगाया गया है। इसमें लिखा है, “मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का मार्ग। जब मंदिर की घंटी बजती है तो हमें संदेश देती है कि हम अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की तरफ बढ़ रहे हैं और जब स्कूल की घंटी बजती है तो यह संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता व प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं। अब तय करना है कि आपको किस ओर जाना चाहिए?”
इस पोस्टर में मंदिर और शिक्षा की तुलना की गई है। इस पोस्टर में एक तरफ लालू यादव और राबड़ी देवी की तस्वीर है तो दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तस्वीर है। पोस्टर में ऊपर तरफ महात्मा बुद्ध, सम्राट अशोक, सावित्री बाई फुले तथा अन्य महापुरुषों की तस्वीर भी है। इस कार्यक्रम का आयोजन डेहरी पड़ाव मैदान, (डेहरी ऑन सोन) रोहतास में 7 जनवरी 2024 को दिन में 11 बजे से होना है। इसके उद्घाटनकर्ता विवादित बयानों के जरिए चर्चा में रहने वाले डॉ(प्रो) चंद्रशेखर होंगे। इसके मुख्य अतिथि मंत्री आलोक मेहता होंगे।
#WATCH | Patna: RJD supporters put up a poster outside the residence of former Bihar CM Rabri Devi quoting the statement of India's first female teacher Savitribai Phule. pic.twitter.com/tDjB17nhST
— ANI (@ANI) January 1, 2024
इस पोस्टर पर सनातन और हिंदू विरोधी बयान देने वाले आरडेजी विधायक फतेह बहादुर सिंह की भी तस्वीर लगी है। फतेह बहादुर सिंह ने कुछ दिन पहले सरस्वती को लेकर घटिया टिप्पणियाँ की थी। यही नहीं, वो माँ दुर्गा को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दे चुका है।
कुशवाहा समाज से ताल्लुक रखने वाले और बिहार के रोहतास जिले के डेहरी से सत्ताधारी RJD के विधायक फतेह ने कहा था, “आप ही के ग्रंथ में लिखा हुआ कि सुरसती (सरस्वती) जो है, ब्रह्मा की बेटी है और ब्रह्मा जी का अपनी ही पुत्री पर नियत खराब हुआ और उन्होंने (ब्रह्मा) उनके साथ शादी कर लिया। आप खुद समझिए… पूजा किसका होता है, चरित्रवान का या चरित्रहीन का?”