तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के वरिष्ठ नेता जी विवेकानंद शुक्रवार (अगस्त 9, 2019) को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के लक्ष्मण की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।
विवेकानंद का भाजपा में शामिल होना सत्ताधारी टीआरएस के लिए बड़ा झटका है। उन्हें टीआरएस सुप्रीमो और सीएम के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने अपने पहले शासनकाल में सलाहकार नियुक्त किया था। मगर पार्टी की तरफ से टिकट न मिलने के कारण जी विवेकानंद काफी नाराज चल रहे थे। इसी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप रहे भुवनेश्वर कलीता भी आज (अगस्त 9, 2019) बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। कलीता ने अनुच्छेद 370 पर कॉन्ग्रेस के रुख के विरोध में सोमवार (अगस्त 5, 2019) को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
कलीता ने एक पत्र में कहा था, “आज कॉन्ग्रेस ने मुझे कश्मीर मुद्दे के बारे में व्हिप जारी करने को कहा है। जबकि सच्चाई ये है कि देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और ये व्हिप देश की जन भावना के खिलाफ है। पंडित नेहरू ने खुद कहा था कि आर्टिकल 370 एक दिन घिसते-घिसते पूरी तरह घिस जाएगा। आज की कॉन्ग्रेस की विचारधारा से लगता है कि कॉन्ग्रेस आत्महत्या कर रही है और मैं इसमें भागीदार नहीं बनना चाहता हूँ।”