Sunday, December 22, 2024
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‘केजरीवाल दिल्ली को जिहादियों की राजधानी बना रहे हैं, द्वारका में हज हाउस नहीं बनने देंगे’: VHP ने दी चेतावनी

"सुरक्षा को ताक पर रखते हुए दिल्ली सरकार जिस प्रकार से सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से हज हाउस बनाने के लिए उतारू है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल मुस्लिम वोट बैंक के लालच में औरंगजेब का अवतार बनने का सपना देख रहे हैं।"

दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 22 में हज हाउस के निर्माण को लेकर विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार को चेतावनी दी है। VHP के द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से हज हाउस नहीं बनाने दिया जाएगा। साथ ही VHP द्वारा यह भी कहा गया है कि दिल्ली को जिहादियों एवं हिन्दू-द्रोहियों की राजधानी नहीं बनने देंगे।

VHP के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा है कि पिछले कुछ समय से दिल्ली की सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण और आतंकियों की पैरोकारी में संलिप्त है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्थानीय आरडब्ल्यूए, स्थानीय ग्राम पंचायतों और जन-प्रतिनिधियों के विरोध और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की सुरक्षा को ताक पर रखते हुए दिल्ली सरकार जिस प्रकार से सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से हज हाउस बनाने के लिए उतारू है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल मुस्लिम वोट बैंक के लालच में औरंगजेब का अवतार बनने का सपना देख रहे हैं।

VHP द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल उत्तर प्रदेश जाकर अखलाक और अन्य जिहादियों पर तो दिल खोल कर धन लुटाते हैं लेकिन जिहादियों के शिकार हुए अंकित शर्मा, रिया गौतम, रतनलाल, डॉ. पंकज नारंग और अंकित सक्सेना जैसे लोगों के लिए वो मुँह मोड़ लेते हैं। VHP द्वारा यह भी कहा गया कि कोरोना से मृत्यु होने पर डॉ. अनस मुजाहिद के परिजनों को एक करोड़ रुपए दे दिए जाते हैं लेकिन दर्जनों हिन्दू डॉक्टरों को कितनी सहायता मिली इसकी कोई जानकारी नहीं है। VHP के इस वक्तव्य में मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनकी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि राज्य सरकार हज हाउस का विचार त्याग कर हिन्दू समाज की भी चिंता करे।

ज्ञात हो कि दिल्ली के द्वारका इलाके में हज हाउस का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। इसके बाद उस इलाके के निवासियों और आसपास के कई अन्य ग्रामीणों ने भी इस निर्णय का जमकर विरोध किया। प्रस्तावित स्थान पर कई गाँवों के प्रधान भी पहुँचे और कहा कि वो यहाँ हज हाउस का निर्माण नहीं होने देंगे। ऑल द्वारका रेसिडेंट फेडरेशन के सचिव बीपी वैष्णव द्वारा इसके संबंध में उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र भी भेजा गया। उन्होंने लिखा कि इस निर्णय के बाद यहाँ दंगा और हिन्दुओं के पलायन की संभावना उत्पन्न होती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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