कर्नाटक के दक्षिण बेंगलुरु से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने “बेड के लिए रिश्वत” घोटाले के सिलसिले में दक्षिण बेंगलुरु के कोविड -19 वॉर रूम में काम करने वाले 17 मुस्लिम कर्मचारियों का नाम लिया था। इसके बाद कर्नाटक कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बीजेपी सांसद पर निशाना साधा। कॉन्ग्रेस नेता ने इस घोटाले के साथ मुस्लिमों का नाम जोड़े जाने पर भाजपा नेता को फटकार लगाई।
डीके शिवकुमार ने बेड घोटाले के मामले में तेजस्वी सूर्या से सवाल किया कि उनकी कार टूट जाए या टायर पंचर हो जाती है अथवा उनकी साइकल टूट जाती है, तो ऐसी स्थिति में वो कहाँ जाएँगे।
मुस्लिमों की वकालत करते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “अगर वे मांस नहीं काटेंगे हैं, तो वे इसे कहाँ से लाएँगे। अगर मुस्लिम पंचर की दुकान नहीं चलाएगा तो वे गाड़ी कैसे चलाएँगे। यदि वे मैकेनिक की दुकानें नहीं चलाते हैं, तो आप साइकिल/मोटरसाइकिल की सवारी नहीं कर सकते। अगर मुस्लमान काम नहीं करेंगे तो क्या तेजस्वी सूर्या के घर के लोग मरम्मत का काम करेंगे?”
शिवकुमार ने तेजस्वी सूर्या से यह भी सवाल किया, “अगर मुसलमान पंचर ठीक नहीं करेंगे या आपके गाड़ियों की मरम्मत नहीं करेंगे तो आप कहाँ जाएँगे? क्या आप कभी भी उनकी तरह मैकेनिक बन सकते हैं?”
DK Shivakumar-KPCC President: “how dare Tejasvi takes Mslm names? Where will he go if his car tyre gets punctured or his cycle is broken? Can he be a mechanic like them?”@zoo_bear kindly fact check this.He can’t insult a particular community this way. 😭😭pic.twitter.com/fsuJ5Rh7l3
— Shilpa (@cnshilpa) May 7, 2021
डीके शिवकुमार ने भाजपा सांसद पर इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है।
दरअसल, बीजेपी के युवा मोर्चा अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने बुधवार (5 मई 2021) को दक्षिण बेंगलुरु स्थित कोविड -19 वार रूम का दौरा किया था। इसी दौरान उन्होंने 17 मुसलमानों का नाम लिया था। उन्होंने कोविड-19 बेड घोटाले के खुलासे के बाद वार रूम में काम करने वाले 17 कर्मचारियों की योग्यता पर सवाल उठाया था।
दौरे के दौरान युवा सांसद के साथ बोम्मनहल्ली से भाजपा के विधायक एम सतीश रेड्डी और बसावनगुड़ी से विधायक रवि सुब्रमण्यम उनके साथ थे। सुब्रमण्यम को अधिकारियों से यह पूछते हुए भी सुना गया था, “क्या आपने इन लोगों को मदरसा या निगम (बीबीएमपी) के लिए नियुक्त किया है?”
भाजपा सांसद की टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी तेजस्वी सूर्या को घेरते हुए उनकी गिरफ्तारी की माँग की है। इस बीच वार रूम की देखरेख करने वाली एजेंसी ने मामले की जाँच होने तक सभी 17 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
ऐसे हुआ बीबीएमपी-बेड घोटाले का खुलासा
कोरोना संकट के बीच हो रहे इस घोटाले का खुलासा उस वक्त हुआ जब मंगलवार (4 मई 2021) को बेंगलुरू दक्षिण से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या, तीन अन्य भाजपा विधायकों- सतीश रेड्डी, रवि सुब्रह्मण्य और उदय गरुडाचार के साथ बीबीएमपी वार रूम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बेड अलॉटमेंट के अवैध धंधे का भंडाफोड़ कर दिया। इसमें बड़े पैमाने पर अधिकारियों और निजी एजेंटों के बीच आपसी साठगाँठ का खुलासा हुआ।
बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया था कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के कुछ अधिकारियों ने होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों के नाम पर बेड बुक करने के लिए बिचौलियों और दलालों के साथ हाथ मिला रखा था। ये इन बेड्स को अन्य मरीजों को जरूरत से ज्यादा कीमत पर बेच रहे थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सूर्या ने कहा था कि बेंगलुरु शहर में पर्याप्त बेड हैं। हालाँकि, वार रूम के कर्मी बिस्तरों को रोकने का रैकेट चला रहे हैं। वे लोगों से पैसे लेकर उन्हें बेड अलॉट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीबीएमपी अधिकारियों, आरोग्य मित्र अस्पतालों और निजी एजेंट आपसी साठगाँठ के तहत इस अपराध में लिप्त थे।
इसके अलावा, सूर्या ने वार रूम में हायर किए 17 लोगों की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाया था और उनसे उनकी पैरेंट एजेंसी के बारे में जानकारी हासिल की। सूर्या ने जिन लोगों से पूछताछ की थी, उसमें मंसूर अली, ताहिर अली खान, सादिक पाशा, एमडी जायद, अलसाई साहेर, उमर खान, सलमान उरीफ, जमील पाशा, जबीउल्ला खान, सईद हसनैन, सईद शाहिद, सईद शहबाज, हैं यूनुस, सैयद मोहिन और सैयद मुकेश शामिल थे।