बसपा सुप्रीमो मायावती भी अब विवादित बयानों के इस दौर में खुल कर खेलने के लिए उतर आई हैं। जैसा कि हमनें पिछले कुछ दिनों में देखा है, अधिकतर विपक्षी नेताओं के विवादित बयान व अशोभनीय टिप्पणियाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही की गई है। लोकतांत्रिक तरीके से देश के प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी के लिए ‘जल्लाद’ और ‘दुर्योधन’ जैसे शब्दों का प्रायोग किया गया। इन शब्दों का प्रयोग बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी जैसे नेताओं ने भी किया। अब उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी कुछ ऐसा ही कहा है, जो न सिर्फ़ पीएम मोदी बल्कि सभी महिलाओं के लिए अपमानसूचक है। मायावती ख़ुद एक महिला हैं, फिर भी उनके द्वारा ऐसे बयान देना लोगों को रास नहीं आ रहा। दरअसल, मायावती ने कहा:
“नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप मामले पर चुप हैं। उन्होंने इस पर अपनी गन्दी राजनीति खेलनी चाही। ऐसा उन्होंने इसीलिए किया ताकि चुनाव में उनकी पार्टी को फ़ायदा मिल सके। ये काफ़ी शर्मनाक है। वो दूसरों की पत्नियों व बहनों की इज़्ज़त कैसे कर सकते हैं, जब उन्होंने राजनीतिक फ़ायदे के लिए ख़ुद की ही पत्नी को छोड़ दिया। मुझे तो यह भी पता चला है कि भाजपा में ख़ासकर विवाहित महिलाएँ अपने पतियों को पीएम मोदी के नज़दीक जाते देख कर यह सोचते हुए काफ़ी घबराई रहती है कि कहीं मोदी अपनी पत्नी की तरह उन्हें भी अपने पति से अलग न करा दे।”
इसके बाद गोरखपुर में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मायावती ने न सिर्फ़ अपने बल्कि अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा भी मोदी को दी जाने वाली गालियों को सही ठहराया। हाल ही में प्रधानमंत्री ने कहा था कि उन्हें विपक्षी नेतागण आए दिन नई-नई गालियाँ देते रहते हैं। मायावती ने इन गालियों को स्वाभाविक करार दिया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि नरेंद्र मोदी को गालियाँ पड़नी स्वाभाविक है क्योंकि किसी भी व्यक्ति को गालियाँ तभी दी जाती है, जब वो गाली खाने का काम करता है। उन्होंने नरेंद्र मोदी को इस बात को ध्यान में रख कर चलने की सलाह दी।
Mayawati, BSP: Mujhe toh yeh bhi maloom chala hai ke BJP mein khash kar vivahit mahilayen apne aadmiyon ko Shri Modi ke nasdik jate dekh kar, yeh soch kar bhi kafi zyada ghabrati rehti hai ke kahin yeh Modi apne auraat ki tarah humein bhi apne pati se alag na karwa de. https://t.co/zBBmQhQepo
— ANI UP (@ANINewsUP) May 13, 2019
यहाँ मायावती ने दो बड़े काण्ड किए (गेस्ट हाउस काण्ड को वो गठबंधन की घोषणा करने के दिन ही भूलने का ऐलान कर चुकी हैं)। मायावती ने पहले तो पीएम मोदी का अपमान किया और फिर नेताओं की पत्नियों को जबरन घसीटते हुए उन्हें भी अपनी ग़लत राजनीतिक बयानबाज़ी का शिकार बनाया। इसके बाद उन्होंने अपने बयान को जायज ठहराते हुए पीएम मोदी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले सभी नेताओं को चुटकी में अपनी तरफ़ से क्लीन चिट दे दी। एक ऐसी नेत्री, जो कभी ख़ुद कुछ नेताओं के घृणित कृत्य (उसी पार्टी के नेता, जिनके साथ वह अभी गठबंधन में हैं) का शिकार बन चुकी हैं, उनकी तरफ़ से इस तरह के बयान आना राजनीति की गिरती मर्यादा का प्रमाण है।
Mayawati in Gorakhpur: Apni jan sabhayo mein yeh bata rahein hain ki mujhe vipakshi dal mil kar aaye din nayi gaali de rahe hain, yeh swabhavik hai ki kisi bhi vyakti ko gaali tabhi di jaati hai jab veh gaali khane ka kaam karta hai,Sri Modi ko dhyaan mein rakh kar chalna chahiye pic.twitter.com/molrx8OaFV
— ANI UP (@ANINewsUP) May 13, 2019
मायावती द्वारा पीएम मोदी पर किए गए निजी हमले पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कड़ा रुख़ अख़्तियार किया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेस आयोजित कर कहा कि मायावती का बयान उनकी बौखलाहट को स्पष्ट दर्शाता है, इसी वजह से वो पीएम मोदी पर निजी हमले कर रही हैं। प्रेस कॉन्फ्रेन्स में रक्षामंत्री ने कहा कि अपनी अभद्र टिप्पणी के लिए उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से माफ़ी माँगनी चाहिए। पीएम मोदी और बीजेपी की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी बेहद अपमानजनक है।
It is absolutely disappointing & shocking that Bahan Mayawati has spoken so ill about PM, his personal life and women in BJP.
— BJP (@BJP4India) May 13, 2019
Mayawati ji, please be assured we’re all absolutely safe, secure & have good professional relationships in our party: Smt @nsitharaman #DeshModiKeSaath pic.twitter.com/3woofF2v6N
रक्षामंत्री ने अलवर गैंगरेप पर पीएम मोदी के उस सवाल का भी ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने मायावती से पूछा था कि वो राजस्थान में कॉन्ग्रेस से अपना समर्थन वापस क्यों नहीं लेती? इस पर जवाब देने के बजाए मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर निजी हमले कर दिया, इसके लिए उन्हें माफ़ी माँगनी चाहिए। रक्षामंत्री सीतारमण ने यह भी कहा कि मायावती जान चुकी हैं कि उनका गठबंधन पूरी तरह से फेल हो गया है, इसलिए वो परेशान हैं और असुरक्षा से घिरी हुईं हैं।
मायावती को अलवर काण्ड के लिए राजस्थान सरकार को चेतावनी देते हुए गंभीरता से बात करनी चाहिए क्योंकि वहाँ चल रही कॉन्ग्रेस सरकार को उनका समर्थन प्राप्त है। एक महिला का दर्द समझते हुए मायावती को प्रधानमंत्री की पत्नी को इन सबमें नहीं घसीटना चाहिए क्योंकि वह इन सबसे अलग और मीडिया कैमरों से दूर अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं।