जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल आने के बाद से घाटी की दोनों बड़ी पार्टियों नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के नेताओं का अनर्गल प्रलाप चालू है। अपने मुख्य नेताओं महबूबा मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला के गिरफ़्तार हो जाने से नेतृत्व-विहीन इन पार्टियों के नेताओं की हरकतें देखने लायक हैं। पीडीपी नेताओं ने राज्यसभा में पहले संविधान की प्रतियाँ फाड़ीं, फिर अपने कपड़े फाड़ डाले।
उनके नहले पे दहला जड़ते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सांसद हसनैन मसूदी ने कुतर्की बातों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने आज लोकसभा में बहस करते हुए दावा किया कि संविधान का विवादस्पद अनुच्छेद 370 जनसंघ के संस्थापक-अध्यक्ष और भाजपा के पितृ-पुरुष श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आशीर्वाद से बना।
Hasnain Masoodi,Jammu&Kashmir National Conference leader in Lok Sabha: Aap kehte hain ki nahi ji, hamne kab kaha tha…aap kehte hain ki ye temoprary tha,temporary tha, aap Gopalaswami Ayyangar ki taqreer(speech) padhiye. Mookerji (Syama Prasad Mookerji) ke aashirwaad se 370 bana pic.twitter.com/lQt7rdFUNV
— ANI (@ANI) August 6, 2019
उन्होंने 370 के अस्थायी होने के भाजपा के तर्क पर भी सवाल उठाए और पार्टी को गोपालस्वामी अयंगर के भाषण पढ़ने तक की सलाह दे डाली। यही नहीं, इस विवादस्पद भाषण के एक शाम पहले वह News18 India के कार्यक्रम में भी कश्मीर को ‘मुस्लिम राज्य’ बता चुके थे।
कल राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लाए जाने के बाद से ही विपक्ष के अजीबो-गरीब बयान जारी हैं। इसके पहले कॉन्ग्रेस संसदीय दल के लोकसभा में अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कश्मीर मसले पर बिल लाने की सरकार की हैसियत को ही चुनौती दे डाली थी। उनके इस बयान पर भड़के गृह मंत्री और भाजपा सुप्रीमो अमित शाह ने तो उन्हें खरी-खोटी सुनाई ही, खुद सोनिया गाँधी भौंचक्की नज़र आईं। इसके अलावा कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद और नेता विपक्ष गुलाम नबी आज़ाद के बयानों ने पाकिस्तान को भी हिंदुस्तान के आंतरिक मामलों में दखल देने वाले बयानों के लिए ज़मीन दे डाली।