भारत में काफ़ी सस्ते मोबाइल डेटा और क़िफ़ायती स्मार्टफोन से YouTube को ज़बरदस्त लाभ मिला है। अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए भारत अब YouTube का सबसे बड़ा और तेज़ी से बढ़ रहा बाज़ार बन गया है। सीखने के साथ-साथ शिक्षा, संगीत, स्वास्थ्य, खाना पकाने जैसे विविध विषयों पर स्थानीय भाषाओं में जानकारियों के उपयोग से YouTube का इस्तेमाल पहले की तुलना में दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है।
YouTube अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी Google का हिस्सा है। कंपनी के एक अधिकारी ने TOI को बताया कि फ़िलहाल भारत में उसके 26.5 करोड़ सब्सक्राइबर हैं। उन्होंने बताया कि YouTube पर 95 फ़ीसदी वीडियो की खपत टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्थानीय भाषाओं में हो रही है।
सितंबर 2016 में मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो द्वारा मोबाइल सेवाओं की शुरुआत के बाद से भारत में डेटा टैरिफ दुनिया में सबसे कम क़ीमत में उपलब्ध है। वहीं अगर मात्र 2-3 साल पहले की बात की जाए तो 1 जीबी डेटा के लिए ₹100 का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब 1 जीबी डेटा की क़ीमत ₹10 से भी कम है।
भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल लगातार बढ़ता जा रहा है। औसतन बात करें तो जहाँ 2016 तक कुछ सौ एमबी डेटा की ही खपत प्रति मोबाइल होती थी, वहीं अब अनुमानित तौर पर एक मोबाइल यूज़र हर महीने 10 जीबी डेटा का इस्तेमाल करता है।
YouTube के अधिकारियों ने कहा कि YouTube पर भारतीय सामग्री की विविधता से संबंधित जानकारी जुटाने वालों की संख्या पहले कभी भी इतनी अच्छी नहीं रही। कम लागत वाले डेटा के साथ, संगीत, तकनीक, सौंदर्य, स्वास्थ्य, फिटनेस, नृत्य और कुकिंग जैसे विविध विषयों की जानकारियों जुटाने वाले यूज़र्स की संख्या में अब लगातार बढ़त देखी गई है।
2018 में, लर्निंग और शिक्षा सामग्री भारत में YouTube पर सबसे तेज़ी से विकसित होने वाली श्रेणियों में से एक बन गई, जिसके तहत विश्व स्तर पर YouTube पर प्रतिदिन एक बिलियन से अधिक यूज़र्स अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
YouTube की सीईओ सुजैन वोजसिकी ने बताया कि भारतीय अब इस वीडियो प्लेटफॉर्म पर दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते दर्शकों में से एक हैं। YouTube आज यूज़र्स की पहली पसंद बन गया है, फिर चाहे वो मनोरंजन हो या किसी विषय पर जानकारी जुटाना।