भारत के 75वें गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2024 की परेड में मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल हुए। उन्होंने साल 2030 तक फ्रांस में 30 हजार भारतीय छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने का लक्ष्य रखा है। हालाँकि, उन्होंने ये भी कहा कि ये ऐलान बेहद महत्वाकांक्षी है, लेकिन इस लक्ष्य तक पहुँचना नामुमकिन भी नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर लिखा, “2030 में फ्रांस में 30,000 भारतीय छात्र। यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन मैं इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ।” उन्होंने बाकायदा एक कार्ययोजना भी तैयार की है। फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या कैसे बढ़ाई जाएगी, इसके बारे में मैक्रों ने नोट शेयर किया है।
इस कार्ययोजना में लिखा गया है कि गैर-फ्रेंच भाषी छात्र भी फ्रांस में पढ़ाई कर सकें, इसके लिए इंटरनेशनल क्लासेज तैयार की जाएँगी। इसमें लिखा है, “फ्रेंच भाषा का ज्ञान देने के लिए सहयोग और फ्रेंचाइज नेटवर्क विकसित किया जाएगा। हम उन छात्रों को भी इंटरनेशनल क्लासेज के माध्यम से शिक्षा दे पाएँगे, जो फ्रेंच भाषा नहीं जानते। ऐसे लोगों को भी फ्रांस में पढ़ाई की अनुमति रहेगी।”
सबसे जरूरी बात ये है कि फ्रांस अपने यहाँ पढ़ चुके भारतीय छात्रों के लिए वीजा नियमों को भी सुविधाजनक बनाएगा। फ्रांस में 35 विश्वविद्यालय ऐसे हैं, जो दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों की लिस्ट में शामिल हैं। वहीं, 15 ऐसे विश्वविद्यालय हैं, जिन्हें टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग में स्थान मिला है।
30,000 Indian students in France in 2030.
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) January 26, 2024
It’s a very ambitious target, but I am determined to make it happen.
Here’s how: pic.twitter.com/QDpOl4ujWb
बता दें कि साल 2024 भारत और फ्रांस के बीच सहयोग और संबंधों का ये महत्वपूर्ण वर्ष हैं। दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। भारत और फ्रांस के बीच साझेदारी किसी भी पश्चिमी देश के साथ भारत की पहली साझेदारी है। इसकी वजह से भारत और फ्रांस के संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत हुए हैं।
भारत और फ्रांस के बीच रक्षा और सुरक्षा के साथ ही अंतरिक्ष और परमाणु मामलों में भी रणनीतिक साझेदारी है। हाल के कुछ समय में दोनों देशों के बीच इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को लेकर भी साझेदारी बढ़ रही है। दोनों देशों के बीच संबंध अपने स्वर्णिम दौर में है।