बांग्लादेश के गोपालगंज जिले में रविवार (3 मार्च 2024) को एक हिन्दू महिला का शव मिला। मृतका की पहचान 70 साल की हशिलता बिस्वास के तौर पर हुई है। हशिलता मंदिर में पुजारी का काम करती थीं। घटना के दिन आश्रम अस्त-व्यस्त मिला। दानपेटी टूटी पाई गई। शुरुआती जाँच में हशिलता की हत्या चोरी का विरोध करने की वजह से होना पाया गया है। पुलिस ने केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना गोपालगंज के सदर थाना क्षेत्र की है। यहाँ 70 वर्षीया हशिलता बिस्वास पिछले 1 साल से मालीबाता विश्वबंधु सेवाश्रम मंदिर में पुजारी का काम करती थीं। इससे पहले उनके पति दीपिन बिस्वास 10 वर्षों तक यहाँ का काम देखते थे। लगभग 1 साल पहले दीपिन बिश्वास का देहांत हो गया। पति के देहांत के बाद हशिलता ने सेवाश्रम में पूजा-पाठ का काम संभाला था।
बताया जा रहा है कि शनिवार (2 मार्च 2024) की रात हशिलता मंदिर में सोई थीं। रविवार की सुबह जब स्थानीय लोग मंदिर में गए तो दरवाजे खुले मिले। जब लोगों ने अंदर जाकर देखा तो वहाँ हशिलता बिस्वास की लाश पड़ी थी। हत्या से पहले हशिलता का मुँह बंद कर दिया गया था। साथ ही उनके हाथों को रस्सियों से बाँध दिया गया था।
The extremists killed the priest (Hasilata Biswas) of Gopalganj Vishwabandhu Sevashram temple. They looted the money and gold ornaments of the temple. Another priest Ranjit Roy was killed in Gopalganj two months ago. pic.twitter.com/7QDKMJhKBv
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VoiceofHindu71) March 4, 2024
लोगों ने यह भी पाया कि विश्वबंधु सेवाश्रम मंदिर की अलमारी और दानपेटी टूटी हुई थीं। दानपेटी और आलमारी से पैसे और अन्य कीमती सामान भी लूट लिए गए थे। इस घटना से जुड़ीं तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। स्थानीय थाने सदर के प्रभारी मोहम्मद अनिचुर रहमान ने इस घटना को लेकर बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुँची थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अनिचुर रहमान के मुताबिक, घटना की जाँच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, मालीबाता विश्वबंधु सेवाश्रम के महासचिव ने इस हत्याकांड की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कि इससे पहले भी आश्रम में चोरी की कई घटनाएँ हो चुकी हैं।
मालीबाता विश्वबंधु सेवाश्रम के महासचिव ने आशंका जताई है कि हशिलता की हत्या चोरी का विरोध करने के दौरान हुई होगी। इसके अलावा गोपालगंज जिले के हिंदू-बौद्ध-ईसाई ओइक्या परिषद के अध्यक्ष पलटू बिस्वास ने भी चोरी के दौरान हशिलता की हत्या होने की आशंका जताई है। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। बता दें कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले की घटनाएँ आम हो चुकी हैं।