बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के साथ यौन प्रताड़ना की खबरें आती ही रहती है। अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें अबुल कलाम आजाद नाम का एक व्यक्ति चुनाव जीतने के बाद सार्वजनिक तौर पर एक महिला से सबके सामने चिपट गया।
घटना चटगॉंव के बंदरबन के अलीकदम की है। अबुल कलाम ने अलीकदम उपजिला चेयरमैन के पद पर चुनाव जीता है। नतीजों के बाद बधाई देने पहुॅंची एक महिला के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। इसमें वह महिला के साथ गलत तरीके से लिपटते दिख रहा है। महिला भी असहज दिख रही है।
यह महिला अल्पसंख्यक मुरुंग समुदाय से ताल्लुक रखती है। इस समुदाय को Mro, Mrucha के नाम से भी जानते हैं।
सोशल मीडिया में इन तस्वीरों को शेयर कर लोग आक्रोश जता रहे हैं। पूछ रहे हैं कि ऐसे लोगों को समाज बर्दाश्त कैसे करता है? गोपाल गोस्वामी ट्वीट कर लिखा है, “अबुल कलाम आजाद ने बधाई देने पहुँची एक महिला को जबरन गले लगाया और अनुचित ढंग से छुआ। मगर किसी ने उसके ख़िलाफ़ प्रदर्शन नहीं किया।”
Abul Kalam Azad
— Gopal Goswami (@gopugoswami) June 24, 2020
elected Upazila chairman from Alikadam, Bandarban, Chittagong hill tracts Bangladesh
forcibly hugged & inappropriately touched an indigenous MRO girl while they came to congratulate him
No one could protest his behaviour
how helpless CHT minorities are #CAA pic.twitter.com/nJT9s94cKx
Mro समुदाय से ताल्लुक रखने वाली चकमा क्वीन यान ने भी इस घटना का जिक्र फेसबुक पर किया है। उन्होंने लिखा कि स्थानीय समुदाय की चुप्पी देखकर वह परेशान हैं। वे लिखती हैं कि ऐसी चीजें हर जगह गुप्त रूप से होती रहीं है। लेकिन अब यह सब सार्वजनिक, आधिकारिक और सामान्य हो गया है। वे कहती हैं कि MRO के लोग अच्छे स्वभाव के साधारण लोग होते हैं। शायद इसलिए उन्हें नहीं मालूम अबुल कलाम उनकी तरह अच्छा इंसान नहीं है।
Obviously it looks inappropriate.. Her expression tells that.. Forget about expression u can’t just with a grown-up gal no matter whoever she is n how much u close to her.. It is called “ethics”..
— Chandan Mohanty (@mohanty_chandan) June 24, 2020
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर वायरल अबुल कलाम की महिला के साथ इन तस्वीरों को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। हालाँकि इसी बीच तस्वीर में नजर आ रही महिला ने अबुल का बचाव किया है। महिला के घरवालों का भी कहना है कि तस्वीर गलत संदेश के साथ वायरल की जा रही है।
महिला के भाई मेन रुंग MRO ने कहा कि उसकी बहन ने अबुल को जिताने के लिए बहुत मेहनत की थी। इसलिए उन्होंने उसका आभार व्यक्त किया। महिला के भाई के मुताबिक उपजिला अध्यक्ष ने कुछ नहीं गलत नहीं किया। अबुल कलाम का भी इस मामले पर कहना है कि उनके लिए वह बेहद भावुक क्षण था। उस दौरान उसने काफी लोगों का शुक्रिया अदा किया। जिसमें कुछ गलत नहीं था।
लेकिन, सोशल मीडिया में लोग अबुल कलाम के इस बर्ताव को सही मानने को तैयार नहीं हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट बताती है कि कलाम इससे पहले भी यौन शोषण का आरोपित रह चुका है। साल 2010 में बीएनपी की शिरीन अख्तर, जो वर्तमान में अली कदम उपजिला की उपाध्यक्ष हैं, उन्होंने अबुल पर शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद 3 मार्च को उसे पार्टी से निष्काषित भी कर दिया गया था।