पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना क्षेत्र में एक ऐसी सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसे सुनकर हर कोई दहशत में है। दरअसल, लरकाना के रातोदेरो जिले में एक साथ कम से कम 59 लोगों के HIV पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है, जिसमें 25 बच्चे शामिल हैं।
मामला सामने आते ही उस इलाके में हड़कंप मच गया। लरकाना के पुलिस कमिश्नर के अनुसार, जाँच में रातोदेरो जिले का एक क्लिनिक शक के दायरे में आया। मामले की पड़ताल करने पर पता चला कि इस क्लिनिक का एक डॉक्टर मुज्फफर घांघर खुद HIV पॉजिटिव है। रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉक्टर ने ही क्लिनिक में आने वाले बच्चों और बाकी मरीजों को HIV संक्रमित इंजेक्शन लगाया, जिससे ये बीमारी अचानक से फैल गई। पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि किसी ‘इंतकाम’ को पूरा करने के लिए डॉक्टर ने सैंकड़ों मरीजों को संक्रमित सूई से इंजेक्शन लगाया है। इस वहशियाना हरकत का मंजर ये है कि अब तक 25 बच्चों के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चों की उम्र 4 महीने से 8 साल के बीच है।
हालाँकि, अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि डॉक्टर ने ऐसा क्यों किया। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर एड्स पीड़ित होने के चलते दिमागी से रूप अस्वस्थ है, जिस कारण उसने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अभी तक ये उगलवाने में नाकामयाब रही है कि ये डॉक्टर कब से ऐसी हरकत कर रहा था क्योंकि मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। पिछले हफ्ते तक सिर्फ 14 केस सामने आए थे, लेकिन अभी तक इन केसों की संख्या 59 को पार कर चुकी है।
प्रभावित इलाके में स्वास्थ्य विभाग अब उन लोगों के टेस्ट कराने को कह रहा है, जिनको कभी न कभी इस पब्लिक क्लिनिक ने इंजेक्शन लगाया था। जिससे HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भारी इजाफा होने की संभावना है। शायद ये पहला ऐसा केस होगा, जब किसी डॉक्टर ने जानबूझकर इस तरह से HIV एड्स को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया हो। पाकिस्तान अजूबों से भरा पड़ा है और ये किस्सा उसी का एक नमूना नजर आता है।