पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर अत्याचार बहुत तेजी से हो रहा है। इसका खुलासा बांग्लादेश के द वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन चैप्टर के एक प्रेस नोट से हुआ है। इस नोट में केवल मई की उन घटनाओं का उल्लेख है जब इस्लामी भीड़ ने हिंदुओं को निशाना बनाया।
इस सूची में मंदिर विध्वंस, धर्मांतरण, बलात्कार और हिंदू लड़कियों के अपहरण के अलावा 4 से ज्यादा ऐसे मामले हैं, जब बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या हुई। 12 मामले लूटपाट और जमीन हड़पने के हैं।
- 1 मई को बांग्लादेश के गोपालगंज के कोटलिपारा उपजिला में लखीरपारा गाँव में लगभग 50 स्थानीय कट्टरपंथियों ने अनंत विश्वास के घर पर हमला किया। एक छोटे से पेड़ की शाखा को तोड़ने के आरोप में। उनके परिवार के सदस्यों को देश न छोड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और परिवार के लोगो को गंभीर रूप से घायल कर गए।
- 1 मई की रात ही उपजिला के चेयरमैन एमए मोईद फारूक के नेतृत्व में कुछ गुंडों ने बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिला के जुरी थाने के अंतर्गत आने वाले अमेट गाँव में श्री दीनबंधु सेन के मुर्गीपालन फार्म पर हमला किया।
MA Mueed Farooq, chairman of the area and his forces attacked and vandalized the chicken farm of the hindu minority Deenbandhu Sen of Juri upazila in Moulvibazar district of Bangladesh on May 1, 2020.#we_want_to_Justice pic.twitter.com/ry2sE66e6Z
— Raju Das 🇧🇩 (@RajuDas77136393) May 2, 2020
- इसके बाद 1 मई को ही एक अन्य मामले में हिंदू लड़के रोनी सत्यार्थी को इस्लाम व पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक पोस्ट लिखने के झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच कई उपद्रवियों ने रोनी के घर में लूटपाट की और हमला किया। साथ ही उसपर घर छोड़कर जाने का भी दबाव बनाया गया।
Hindu Doctor Kajal Kumar Bhowmik are attacked by terrorists when he going to home from Sripur local market Comilla, Bangladesh at night 8:30pm on 04/5/2020 today. He we’re seriously wounded & The local Hospital doctor are refers to Dhaka Medical College for his better treatment. pic.twitter.com/9ui93DnQyt
— Joyanta Karmoker(জয়ন্ত কর্মকার) (@JoyantaKarmoker) May 4, 2020
- चार मई को डॉ. काजल कुमार भौमिक पर घर लौटते हुए स्थानीय मार्केट कोमिला में आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए और कोमिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया।
- 4 मई को ही स्वप्न चंद्र सरकार पर हमला हुआ और उनकी लाश सोमेश्वरी नदी में तैरती मिली। पुलिस व फायर सर्विस कर्मियों की मदद से शव को निकाला गया और फिर उसे परिजनों को सौंपा गया। जाँच में पता चला कि स्वप्न चंद्र की बॉडी मिलने से 33 घंटे पहले वो दुर्गापुर के नेट्रोकोना से गायब हुए थे।
- 4 मई को बांग्लादेश पुलिस ने इस्लाम का अपमान करने के आरोप में हबीगंज के बनियाचांग उपज़िला के सुबिदपुर गाँव के राजकुमार सरकार के बेटे संजय सरकार को गिरफ्तार किया।
- इसी तरह एक अन्य मामले में 4 मई को कुछ स्थानीयों ने दुलान राजभर के शव को एक पास की नदी में तैरते हुए पाया। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
- 5 मई को पुलिस ने ढाका के नवाबगंज उपजिला में मजहबी भावनाओं को ठेस पहुँचाने के आरोप में हिंदू युवक राकेश चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया।
- 5 मई को ही कुछ अज्ञात आतंकियों ने कार्तिक को मारने के लिए उसके घर पर पीछे के रास्ते से धारदार हथियारों से हमला किया। हालाँकि, घटना को अंजाम देने से पहले कार्तिक के घरवाले जाग गए और उन्होंने शोर मचा दिया। जिससे सभी आतंकी भाग गए।
- 5 मई को 15-20 को कुछ स्थानीय आतंकियों ने चितरंजन के घर पर कब्जा करके वहाँ नई इमारत खड़ी करने के लिए हमला किया। इस हमले में चितरंजन, उनकी दो बेटी पिंकी देवी और काली देवी बुरी तरह घायल हो गए। बाद में उन्हें सीता कुंदा सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
- 5 मई को कालीदास के बेटे रविदास को कुछ स्थानीय बदमाशों ने मारा। बाद में रात के समय उसके घर को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा घर की महिलाओं को भी परेशान किया।
- 7 मई को स्थानीय लैंड माफिया मिंटू मियाँ और उसके गुंडों ने 10 हिंदू परिवारों पर नरैल जिले के कालिया उपजिले में हमला किया। इस घटना में पीड़ितों के घर तोड़े गए, पेड़ों को काटा गया और उन्हें देश छोड़ने की धमकी दी गई।
- 8 मई को आतंकियों ने सुनील चंद्रा नाम के एक दिहाड़ी मजदूर को मार डाला। बाद में उसे बांस की झाड़ी में छोड़कर वहाँ से फरार हो गए। उसके शरीर पर घाव के काफी निशान मिले थे।
- 9 मई को रुबेल मियाँ ने अपने साथियों के साथ ब्राह्मणबारिया दूर के नासिरनगर उपज़िला के नाथपारा गाँव में रंजीत देबनाथ के घर पर हमला किया। इस घटना में रंजीत और उनका परिवार बुरी तरह घायल हो ङए। बाद में उन्होंने घर में घुसकर लूटपाट की और सोने-चांदी के जेवहरात चुराए। साथ ही 2 लाख 10 हजार टका कैश ले गए।
- 9 मई को एक अन्य मामले में माटिन गंग्रा के ड्रग माफिया ने सुधीर कुमार के घर पर हमला किया और उनका घर व जायदाद हड़पने की कोशिश की।
- 10 मई को सुनामगंज जिले में छतक नगर पालिका के टाटीकोना गाँव में फेसबुक पर टिप्पणी को लेकर आतंकवादियों ने हिंदू परिवारों पर निशाना साधा। साथ ही उनके घरों और मंदिरों पर भी हमला बोला। इस भीषण हमले में कम से कम 10 हिंदू घायल हो गए।
- 10 मई को ब्राह्मणबारिया जिले के नसीरनगर उपज़िला उप-पंजीयक कार्यालय के कुछ सदस्यों ने सोने के एक हिंदू व्यापारी मिहिर देव पर हमला किया और उनसे उनका सभी कीमती सामान लूट लिया।
- 12 मई को बंशारामपुर यूनियन के पूर्व सदस्य मोहम्मद उमर फारूक ने श्मशान से टैगोर दास नामक एक हिंदू के शव को बलपूर्वक कब्रिस्तान में ले जाकर दफन कर दिया। ऐसा उमर ने केवल हिंदू धर्म और हिंदू मान्यताओं को कथित तौर पर नीचा दिखाने और अपमानित करने के लिए किया।
- 13 मई को कुरीग्राम जिले के फूलबाड़ी तेनोडंगा संघ के कुरुशफेरुशा गाँव में कुछ स्थानीयों ने हिंदुओं की संपत्ति हड़पने के इरादे से उनपर हमला किया। कम से कम 10 हिंदू घायल हो गए। इसके बाद उनके घरों में तोड़फोड़ की गई।
- 13-14 मई को मौलवीबाजार जिले के उप जिले कमलगंज में एक लड़की संचिता शब्दाकार ने लगातार एक मजहबी युवक द्वारा अपहरण और यौन शोषण से तंग आकर सुसाइड कर ली। इस मामले में आरोपित की पहचान मधु मियाँ के रूप में हुई थी। जिसपर आरोप था कि उसने निकाह के लिए पीड़िता को धमकाया, उसका अपहरण किया और यौन शोषण किया। इनके सबसे अलावा मधु मियाँ ने लड़की के पिता को भी धमकाया।
In 1951, Hon’ble Supreme Court of Bharat ruled that the administration of a religious institution cannot be vested in a Secular authority.
— Ramaswamy Iyer 🇮🇳 (@iyer_rn) May 23, 2020
Yet Hindu temples and charities, unlike churches, mosques, continue to be administered by the secular Indian state.https://t.co/oieHIbVBpP
- 14 मई को उपद्रवियों ने 14 मई (गुरुवार) को नयन मल्लिक के घर के खलिहान में आग लगा दी। इस घटना में मल्लिक की गाय और एक सांड की मौत हो गई, जबकि अन्य दो गाय 80 प्रतिशत तक जल गईं।
- 15 मई को भोला जिले में ईशनिंदा की अफवाह फैलाकर स्थानीय संघ के अध्यक्ष और उनके गुंडों ने लगभग 20 अल्पसंख्यक हिंदू पुरुषों को संघ परिषद कार्यालय में ले जाकर हमला किया। पुलिस चुप होकर केवल देखती रही।
- 16 मई को पटुआखली जिले के कालापारा के पखीमारा गाँव में एक बदमाश सुल्तान और उसके गुंडों ने एक अल्पसंख्यक हिंदू परिवार की जमीन हड़पने के लिए उनपर हमला कर दिया। इसमें 3 हिंदू महिलाएँ गंभीर रूप से घायल हो गई।
- 17 मई को कुछ अज्ञात बदमाशों ने दीनाम अपसिला के इन्सानगंज जिले के उझांदल गाँव के बौल रणेश चक्रवर्ती टैगोर (55) के घर में आग लगा दी। पुलिस अभी तक अपराधियों की पहचान नहीं कर पाई है।
- 18 मई को पुलिस ने ब्राह्मणबारिया जिले के नसीरनगर थाने के तिलपारा से एक हिंदू किसान मोहन लाल दास (48 वर्ष) का शव बरामद किया। वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन, बांग्लादेश चैप्टर की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, हिंदू किसान का शव रसूलपुर के एक जूट के खेत में पाया गया था।
- 19 मई को बागोर जिले के मोरेलगंज के अंब्रिया गाँव में समीर हलधर (55) नाम के हिंदू पुजारी और उनकी पत्नी पर स्थानीय चेयरमैन शाहजहाँ अली खान और उनके गुंडे ने उनके आवासीय घर और जमीन पर कब्जा करने के लिए हमला किया।
- 25 मई को पटुआखाली जिले के एक हिंदू छत्र लीग कार्यकर्ता तपस दास की बर्लिस शेर-ए-बांग्ला मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान राजनीतिक बदला लेने के लिए हत्या कर दी गई थी।
- 28 मई को सुमा विष्णु नाम की हिंदू लड़की की पुरखों की जमीन हड़पने के लिए लोकल लैंड माफिया मोहम्मद अब्दुस सलाम ने उसपर हमला किया। इस दौरान लड़की के रोकने पर सलाम ने उसके सर पर लोहे की रॉड पर हमला किया।
- 28 मई को बोगरा जिले के शेरपुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले शहर घोषपारा में आतंकवादियों ने बिपुल महंत के एक हिंदू व्यापारी पर हमला किया। बदमाशों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और घर में रखे गहने और अन्य कीमती सामान लूट लिया। हमले में उनके परिवार के सदस्य घायल हो गए।
- 29 मई: सतखीरा जिले के कालीगंज के फतेहपुर गाँव में झूठे आरोप में मोहम्मद अब्दुल जलील शफीकुल इस्लाम, मोहम्मद मामून और नकी खातून ने श्रीधाम विश्वास और सरल विश्वास के घर पर हमला किया और उन्हें देश छोड़ने को मजबूर किया।
उल्लेखनीय है कि इस तरह अत्याचार बांग्लादेश में बेहद आम हो गए हैं। पिछली रिपोर्ट में हमने बताया भी था कि कैसे वहाँ इस्लामिक भीड़ ने मई महीने में कम से कम 10 मंदिरों को निशाना बनाया और हिंदुओं पर अत्याचार किए। यहाँ बता दें पाकिस्तान की तरह यहाँ पर हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है।