कनाडा में बरसात और बर्फ पिघलने के कारण बहने वाले पानी को लेकर सरकार लोगों पर टैक्स लगाने जा रही है। यह टैक्स इसलिए लगाया जा रहा है ताकि इस पानी को सही से बहाया जा सके। इस टैक्स को कनाडा में लोगों ने ‘रेन टैक्स’ का नाम दिया है। यह नया टैक्स कनाडा की राजधानी टोरंटो में लगाए जाने का प्रस्ताव है। टोरंटो शहर यह नया टैक्स अपने सभी नागरिकों पर लगाएगा। इसका जम कर विरोध भी हो रहा है।
क्या है रेन टैक्स?
दरअसल इस टैक्स का असल नाम ‘रेन टैक्स’ नहीं बल्कि स्टॉर्मवाटर टैक्स है। इस रेन टैक्स को टोरंटो शहर में पानी की आपूर्ति सही करने और स्वच्छ रखने के लिए लाए जाने का प्रस्ताव है। स्टॉर्मवाटर का मतलब अचानक आने वाले पानी से है। इसमें बारिश से शहर में जमा होने वाले पानी और बर्फ पिघलने से जमा होने वाले पानी का प्रबंध किया जाएगा। टोरंटो शहर में अभी व्यवस्था के तहत जो पानी बारिश या बर्फ पिघलने से इकट्ठा होता है, उसे सीवर सिस्टम की मदद से निकाला जाता है।
इस पानी का बड़ा हिस्सा पीने वाले पानी के साथ भी मिल जाता है। इससे पीने वाले पानी में भी समास्याएं हो सकती हैं। हालाँकि, कभी कभी ज्यादा बारिश या ज्यादा बर्फ पिघलने के कारण शहर में पानी भर जाता है जिसे निकालने और पीने के पानी से अलग करने में दिक्कत आती है।
इसके अलावा इस फ़ालतू पानी का प्रबन्धन भी मुश्किल हो रहा है क्योंकि शहरों में कंक्रीट वाले इलाके बढ़ रहे हैं। जहाँ कंक्रीट वाले इलाके हैं वहाँ यह पानी आसानी से नहीं निकलता और शहर के प्रशासन को इसके लिए अधिक मशक्कत करनी पड़ती है। इसी व्यवस्था को बदलने के लिए यह नया रेन टैक्स लाया जा रहा है। शहर के प्रशासन का कहना है कि वह यह टैक्स लाकर नया इन्फ्रा बनाएगा जिससे पानी शहर से जल्दी निकले और जलभराव की स्थिति ना आए।
किन लोगों पर और कैसे लगेगा यह रेन टैक्स?
यह रेन टैक्स टोरंटो के सभी घरों और सभी प्रकार की इमारतों पर लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस व्यवस्था के अंतर्गत शहर का नगर निगम उन लोगों पर अधिक टैक्स लगाएगा जिनके घरों या बिल्डिगों में कंक्रीट का क्षेत्रफल ज्यादा है। यानी किसी ने अपने घर का पूरा हिस्सा कंक्रीट रखा है तो उसे अधिक टैक्स देना होगा। जिन लोगों के घरों के बाहर घास वाला इलाका या कच्चा इलाका होगा उन पर टैक्स कम लगेगा। जिसके पास यह इलाका और ज्यादा होगा उन्हें शहर और भी फायदा देगा।
कनाडा के नेशनल पोस्ट के अनुसार, टोरंटों में रहने वाले लोग हर एक स्कायर मित्र कंक्रीट क्षेत्र के लिए ₹102 देंगे। जितना इलाका बढ़ता जाएगा, उतना ही यह रेन टैक्स बढ़ेगा। इसके अलावा कॉमर्शियल संपत्तियों को भी अलग दरों पर टैक्स देना होगा। अभी तक यह टैक्स पानी के बिल के साथ ही दिया जाता था लेकिन अब नया टैक्स अलग से लिया जाएगा। शहर प्रशासन का कहना है कि इससे लोगों के पानी के बिल में कमी आएगी जिसके बदले वह अलग से पानी के प्रबन्धन का पैसा देंगे। यह टैक्स अप्रैल 2024 से लागू किए जाने की बात कही गई है।
क्या होगा इस रेन टैक्स का?
शहर के प्रशासन का कहना है कि इस तरीके से पैसा इकट्ठा करके वह शहर का पानी का प्रबन्धन मजबूत करेगा। वह आगे के समय में आने वाली समस्याओं के लिए भी शहर के सीवर को मजबूत करेगा। इसके जरिए शहर के उन इलाकों में सीवर को सही किया जाएगा जहाँ पानी के निकासी की व्यवस्था सही नहीं है। शहर प्रशासन का कहना है कि ऐसा ही रेन टैक्स अमेरिका के सिएटल और फिलाडेल्फिया में लोगों पर लगाया जाता है।
कनाडा में क्यों हो रहा विरोध?
कनाडा में इस नए रेन टैक्स का जम कर विरोध हो रहा है। इस विरोध के पीछे का कारण टैक्स का बढ़ना है। लोगों का कहना है कि कनाडा में पहले ही बड़ी मात्रा में टैक्स लगते हैं, ऐसे में उन पर नया टैक्स नहीं लादा जाना चाहिए। उनका कहना है कि पहले ही वह पानी उपयोग करने का पैसा देते हैं। इसी पैसे में पानी के प्रबन्धन का टैक्स भी जोड़ा जाता है, ऐसे में नया टैक्स लेन की क्या आवश्यकता है। साथ ही लोगों का यह भी तर्क है कि कनाडा में लोगों पर उनकी आय का 50% तक इनकम टैक्स लगता है, ऐसे में नया टैक्स उन पर एक बोझ होगा।