कोरोना वायरस का कहर विश्व के 70 देशों तक पहुँचने के बाद अब भारत में भी अपने पैर पसारते दिख रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार भारत में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के 29 मामले आए हैं। इनमें से 3 का इलाज हो चुका है। बाकियों का इलाज जारी है। कई संगठन और संस्थान अपन-अपने स्तर पर इससे बचाव के तरीके ढूँढ रहे हैं। साथ ही आम नागरिकों में भी इससे बचने के लिए अभियान चलाया जा रहा है और मैसेज, सोशल मीडिया, विज्ञापनों के जरिए उन्हें सचेत किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज संसद में भी कोरोना वायरस पर बात की और इसपर जानकारी दी। उन्होंने कोरोना वायरस पर जानकारी देते हुए कहा कि ईरान में फँसे भारतीय लोगों को भारत निकालने की कोशिश कर रहा है। सरकार लगातार ईरान से संपर्क बनाए हुए है। ईरान में अभी तक कोरोना वायरस के 2,922 मामले सामने आए हैं और 92 लोगों की मौत हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत ने डब्ल्यूएचओ की सलाह से बहुत पहले 17 जनवरी से आवश्यक तैयारी और कदम उठाने शुरू कर दिया था। 4 मार्च तक, भारत में कोरोना वायरस के 29 सकारात्मक मामले सामने आए हैं। अब सभी अंतरर्राष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी। 28,529 लोगों को निगरानी में रखा गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए यह भी कहा, “मैं रोजाना स्थिति की समीक्षा कर रहा हूँ। मंत्रियों का एक समूह भी स्थिति की निगरानी कर रहा है।”
गौरतलब है कि WHO के अनुसरा, चीन में बाहर अभी तक कोरोना वायरस के 2,100 मामले सामने आए हैं और संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,600 हो गई हैं। इनमें मरने वाले 214 हैं। भारत में जो 29 मामले आए हैं, उमें 2 की हालत बेहद गंभीर हैं। अमेरिका में इसके 129 मामले सामने आए हैं, जबकि बुधवार तक मरने वालों की संख्या 11 है। इसी तरह इटली में कुल मामले 3,089 है और मरने वालों की संख्या 107 है। चीन के कारण सबसे प्रभावित इलाका दक्षिण कोरिया है। यहाँ संक्रमित लोगों की कुल संख्या 6,000 है, जिनमें 35 की मौत हो गई।
इन्हीं सब मामलों को देखते हुए भारत में सुरक्षा संबंधी कदम उठाए जा रहे हैं। कहीं आईसोलेशन रूम तैयार हो रहा है, तो कही विदेश से आए नागरिकों को बिन मेडिकल सर्टिफिकेट प्रवेश देने पर रोक लगाई जा रही है। संसद तक में सुरक्षाकर्मचारी और सांसद लोग मास्क, डिस्पोजल ग्लव्स आदि पहने दिख रहे हैं।
उधर, यूके में कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग क्रिएटिव तरीके अपनाते नजर आ रहे हैं। जैसा कि बताया जा रहा है कि कोरोना से बचने के लिए अपने मुँह को ढक कर रखें, बीमार लोगों के संपर्क या फिर भीड़ के संपर्क में आने से बचें, तो इन्हीं सब को ध्यान में रखते हुए लोग अपने चेहरे पर प्लास्टिक का डिब्बा डालकर घूम रहे हैं। अपने मुँह नाक और त्वचा को कोरोना से बचाने के लिए लोग गैस मास्क लगा रहे हैं। चेहरे को टेस्को बैग से कवर करके चल रहे हैं। बरसाती ओढ़कर खुद को सुरक्षित कर रहे हैं।
डेलीमेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक तो, बचाव के लिए लोग सिर्फ़ यहीं तक सीमित नहीं है। बतौर मास्क यहाँ लोग बैंडेज से लेकर तरबूज का खोखा भी लोग मुँह पर बाँध रहे हैं और डिस्पोजल ग्लास, समेत चेहरा ढकने वाली हर सामग्री का प्रयोग कर रहे हैं। उधर इटली में भी सरकार कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को देख सख्त हो गई हैं। देश में 107 मौत के मामले सामने आने के बाद उन्होंने स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया हैं और अब प्रशासन किस बैन करने पर विचार कर रही है। साथ ही लोगों को हिदायत दे रही है कि वे एक दूसरे से हाथ मिलाने, हग करने पर या किसी भी प्रकार का फिजिकल कॉन्टेक्ट आने से बचें।