After Dr. Shah Nawaz's Extrajudicial Killing, his body was burnt in the Public. pic.twitter.com/nFML1PsTrO
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) September 19, 2024
वीडियो बनाने वाला शख्स मीरपुर खास पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहा। सारे बड़े पुलिस अधिकारियों का धन्यवाद देते हुए कह रहा है कि डॉक्टर शहनवाज ने पैगंबर मोहम्मद के लिए गलत अल्फाज लिखे थे इसलिए उसके साथ ऐसा हुआ।
Currently happening in #Sindh. #Umerkot city shut down after a #blasphemy case was filed against a doctor Shah Nawaz, following pressure from Radical Islamic groups.
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) September 18, 2024
Notably, Umerkot is #Pakistan's only district with a #Hindu majority and many Hindu-owned businesses. pic.twitter.com/71bVKHRQtQ
डॉक्टर शहनवाज की सामने आई तस्वीर में उनका शव खून से लथपथ अस्पताल पर पड़ा दिखाई दिया। वहीं दूसरी वीडियोज में दिखा कि कैसे इस्लामी कट्टरपंथी उनके प्राइवेट क्लिनिक में तोड़फोड़ कर रहे हैं। सारे फर्नीचर को उठाकर ले जा रहे हैं और सड़क पर आग लगा रहे हैं।
बता दें कि डॉ शहनवाज का मुद्दा 17 सितंबर से ही पाकिस्तान में गर्माया हुआ था। उनके ऊपर आरोप था कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के लिए अपशब्द कहे। इस आरोप के बाद उनके कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के स्क्रीनशॉट वायरल हुए और उमरकोट के डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर अस्पताल ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। साथ ही बयान में बताया कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया है और चूँकि उनके खिलाफ उमरकोट और अन्य जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं अब अस्पताल को उनकी सेवा नहीं चाहिए।
The sit-in at Allahwala Chowk in Umarkot persists, demanding the arrest of Shah Nawaz for alleged #blasphemy. Radical Scholars from various Islamic sects have united in this Death Demand. pic.twitter.com/9bdp1heamE
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) September 18, 2024
18 सितंबर को इस बाबत कई कट्टरपंथी सड़क पर आ गए। प्रेस क्लप के सामने इकट्ठा होकर डॉक्टर शहनवाज की फौरन गिरफ्तारी की माँग उठाई। मामला 295 सी के तहत दर्ज कराते हुए खुलेआम सजा-ए-मौत माँगी। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के वाहन में भी आग लगाई गई, उनपर पथराव भी हुआ और कई सार्वजनिक और सरकारी प्रॉपर्टी तोड़ी-फोड़ी गई। पुलिस ने आश्वासन दिया कि वो आरोपित को गिरफ्तार करेंगे। सख्त कार्रवाई करेंगे। बाद में पुलिस ने हालात कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर शहनवाज को पकड़ा तो, लेकिन सजा उन्हें कानून के मुताबिक नहीं दी बल्कि जैसे इस्लामी कट्टरपंथी चाहते थे वैसे दी।
नोट: उमरकोट, जहाँ डॉक्टर शहनवाज के साथ घटना घटी, वो पाकिस्तान का एकमात्र जिला है जहाँ हिंदू कारोबारियों की संख्या ज्यादा है।