ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा शहर में शनिवार (26 अक्टूबर 2024) की दोपहर को नकाब पहने कट्टरपंथियों ने दो हिंदू मंदिरों पर हमला किया। इस घटना में उन्होंने तोड़फोड़ और चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने भगवान शिव के शिवलिंग और अन्य मूर्तियों को भी नुकसान पहुँचाया।
ऑस्ट्रेलिया टुडे के अनुसार, चार नकाबपोश हमलावर एक काले रंग की होंडा वैन में फ्लोरी स्थित हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र पहुँचे। कट्टरपंथियों ने मंदिर के मुख्य द्वार को तोड़ दिया और अंदर से चार दान पेटियाँ उठा ले गए, जिनमें से एक का वजन करीब 200 किलोग्राम था और उसमें हजारों डॉलर की नकदी थी। यह हमला उस समय हुआ, जब राजधानी कैनबरा में हर साल आयोजिन होने वाले दीवाली मेले का आयोजन हो रहा था।
मंदिर के उपाध्यक्ष तरुण अगस्ती ने ऑस्ट्रेलिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा, “हम इस घटना से बेहद दुखी और परेशान हैं। यह हमारे पूजा स्थल और समुदाय के प्रति घोर अपमान है। हम अपनी समुदाय को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हम स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर इस मामले की गहन जाँच कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके।”
तरुण अगस्ती ने इस घटना पर कार्रवाई की माँग की और कहा, “यह घटना न केवल हमारे हिंदू समुदाय को प्रभावित करती है, बल्कि कैनबरा के विविधतापूर्ण समाज में आपसी सम्मान, सहिष्णुता और समावेशिता के मूल्यों पर भी चोट करती है।”
ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इन कट्टरपंथियों ने इसके बाद करीब दोपहर 2 बजे श्री विष्णु शिव मंदिर का रुख किया। उस समय मंदिर के पुजारी और देखभालकर्ता लंच के लिए बाहर गए हुए थे। चारों कट्टरपंथियों ने मंदिर का मुख्य द्वार लोहे के रॉड से तोड़ा और प्रवेश किया। उन्होंने मंदिर के रिसेप्शन पर तोड़फोड़ की और कंक्रीट में जड़ी दान पेटियों को हथौड़े की मदद से तोड़कर नकदी लूट ली।
कट्टरपंथी मंदिर के गर्भगृह में भी घुस गए और वहाँ कपड़े रखने की अलमारी और वसंत मंडप को नुकसान पहुँचाया। इसी दौरान उन्होंने मंदिर के शिवलिंग को भी तोड़ दिया।
इस मामले में श्री विष्णु शिव मंदिर के अध्यक्ष थामो श्रीथरन ने ऑस्ट्रेलिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा, “मैं ऑस्ट्रेलियाई सरकार से अपील करना चाहूँगा कि हमारे मंदिरों और समुदाय की सुरक्षा के लिए हमें आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाए।”
इन हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई होंडा वैन पर विक्टोरिया का नंबर प्लेट लगा हुआ था, लेकिन यह अभी यह साफ नहीं हो गया है कि घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी चोरी की थी, या नंबर प्लेट गलत लगाया गया था। फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जाँच कर रही है।
ऑस्ट्रेलिया में कई मंदिरों पर हो चुके हैं हमले
यह पहली बार नहीं है जब ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हमला हुआ है। साल 2023 में भी ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर पाँच हमले किए गए थे। ब्रिसबेन के लक्ष्मी नारायण मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर मंदिर के बाहरी हिस्से पर नफरत भरी पेंटिंग की थी। इसी तरह मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में स्थित इस्कॉन मंदिर की दीवारों पर ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिखा गया था।
विक्टोरिया के कर्रुम डाउन्स में स्थित श्री शिव विष्णु मंदिर को भी तोड़फोड़ का निशाना बनाया गया और मेलबर्न के स्वामीनारायण मंदिर पर भारत विरोधी पेंटिंग की गई थी। सिडनी में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को भी ‘मोदी को आतंकवादी घोषित करो’ जैसे शब्दों से अपमानित किया गया। खालिस्तानी समर्थकों ने मेलबर्न के काली माता मंदिर को धमकी दी थी कि वे ‘कट्टर हिंदू’ गायक कन्हैया मित्तल के भजन कार्यक्रम का आयोजन न करें।
ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों के कारण वहाँ के हिंदू समुदाय में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है।