रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला सतरीखा के थानाक्षेत्र श्यामनगर का है। यहाँ स्थित जेशोरेश्वरी माँ काली का मंदिर आसपास के हिन्दू लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर के पुजारी ज्योति प्रकाश चट्टोपाध्याय हैं जिन्होंने गुरुवार को पुलिस में तहरीर दी थी। तहरीर में उन्होंने बताया कि माँ काली की मूर्ति का मुकुट किसी ने चोरी कर लिया है। यह चोरी महज 10-12 सेकेंड के अंदर तब हुई जब मंदिर परिसर में कई श्रद्धालु नवरात्रि के अवसर पर मौजूद थे।
चोरी की घटना CCTV में कैद भी हो गई। इस फुटेज में लगभग 25 वर्षीय एक संदिग्ध मंदिर से मुकुट चुरा कर ले जाता दिख रहा है। मंदिर में आराम से घूमते टहलते हुए इस संदिग्ध ने चोरी के बाद मुकुट को अपनी टी शर्ट में छिपा लिया था। प्रथम दृष्टया में यह माना जा रहा है कि चोर ने इस घटना को पूरी तैयारी करके अंजाम दिया है और उसे मंदिर की भौगोलिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी थी। चोरी का खुलासा तब हुआ जब दिन भर की पूजा अर्चना के बाद मंदिर को बंद किया जा रहा था।
चोरी का केस दर्ज होने के बाद सतखीरा जिला पुलिस ने शुक्रवार (11 अक्टूबर 2024) को अपने फेसबुक पेज पर घटना की CCTV फुटेज शेयर की। तब पुलिस ने लोगों से अपील की थी कि वो संदिग्ध की पहचान करने में मदद करें। इस मदद की एवज में उचित इनाम दिए जाने की भी घोषणा की गई थी। घटना के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के युवा और खेल सलाहकार आसिफ महमूद शोजिब भुइयां ने जेशोरेश्वरी मंदिर का दौरा किया।
आसिफ महमूद शोजिब भुइयां ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वो चोर को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके मुकुट बरामद करे। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने चोरी की इस घटना पर गहरी चिंता जाहिर की है। इन सभी ने बांग्लादेश के अधिकारियों से अपील की है कि वो चोरी हुआ मुकुट जल्द ही बरामद करें। बताते चलें कि जेशोरेश्वरी मंदिर हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है।
चोरी के इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए 4 लोगों लोगों से पूछताछ की जा रही है। फ़िलहाल मुकुट को अभी बरामद नहीं किया जा सका है। मुकुट की बरामदगी में हो रही देरी से बांग्लादेश के हिन्दुओं में निराशा बढ़ रही है। गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 मार्च 2021 को यहाँ स्थापित प्रतिमा पर खुद मुकुट चढ़ाया था। मुकुट के चोरी होने के बाद से अब तक मंदिर में कोई पूजा नहीं हुई है।