पाकिस्तान (Pakistan) में संघीय जाँच एजेंसी (FIA) ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pornography) का धंधा करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एजेंसी की साइबर क्राइम सेल (Cyber Crime Cell) ने शुक्रवार (1 अप्रैल 2022) को बताया कि गिरोह के सदस्य बच्चों का यौन शोषण करते और उसका वीडियो डार्क वेब पर बेचकर पैसे कमाते थे। गिरोह के एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।
FIA ने अपनी प्रारंभिक जाँच में पाया है कि इस गिरोह के सदस्यों ने कम-से-कम 10 बच्चों का यौन शोषण किया और उसका वीडियो बनाया और फिर उस वीडियो को बेचकर पैसे कमाए। ये संदिग्ध अपराधी पंजाब की राजधानी लाहौर के बाहरी इलाके के एक निजी हाउसिंग सोसाइटी में रहते थे और उन्हें पैसा तथा अन्य तरह का लालच देकर उनके साथ बलात्कार करते थे। इस दौरान पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्डिंग करते थे।
पुलिस का यह भी कहना है कि इन अपराधियों ने पीड़ितों का ना सिर्फ लालच देकर यौन शोषण किया, बल्कि वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर लगातार उनका यौन शोषण करते रहे और पैसे से वसूलते रहे। यदि कोई लड़का इसका विरोध करता तो वो वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। गिरोह ने ‘डार्क वेब’ पर वीडियो को बेचकर डॉलर में धन भी कमाया।
इस मामले में FIA को एक शिकायत मिली थी, जिसमें इस गिरोह द्वारा बच्चों के शोषण के बारे में बताया गया था। घटना की जानकारी मिलते ही संस्था के लाहौर स्थित साइबर विंग को सतर्क कर दिया गया था।
शिकायत करने वाले एक पीड़ित बच्चे के पिता ने इन संदिग्धों की पहचान अर्सलान अरशद और अम्माद शहजाद के रूप में की थी। ये दोनों एक निजी हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। ये दोनों ने आसपास के बच्चों और किशोरों का यौन उत्पीड़न के लिए मनाने और उनका वीडियो बनाने के लिए एक गिरोह बनाया था।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि इन लोगों ने उसके बेटे को भी शिकार बनाया था। 15 फरवरी 2022 को आरोपितों ने पीड़ित बच्चे को उसके घर के ऊपरी हिस्से में ले जाकर उसका यौन शोषण किया और फिर उसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया। उसके बाद अर्सलान ने उस वीडियो को व्हाट्सऐप के जरिए अपने दोस्त आबिद को भी भेजा।
पूछताछ में आबिद ने पुलिस को बताया कि अर्सलान, अम्माद, मोआज़म और तल्हा ने नाबालिग बच्चों को पैसे और कीमती उपहार का लालच देकर फँसाया और फिर उनका शोषण कर वीडियो बनाया। इन वीडियो को वे आस्मा नाम की एक महिला और कमर उर्फ डोडा नाम के उसके ड्राइवर को भेजते थे।