Monday, December 23, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'मकान मालिक युद्ध में, उनके बीवी-बच्चों को अकेला कैसे छोड़ूँ' : 17 साल की...

‘मकान मालिक युद्ध में, उनके बीवी-बच्चों को अकेला कैसे छोड़ूँ’ : 17 साल की नेहा ने यूक्रेन से लौटने से किया मना

नेहा का कहना है कि उनके मकान मालिक अब रूसी सेना से लड़ने के लिए यूक्रेन सेना में शामिल हो गए हैं। ऐसे हालातों में वो अपनी मकान मालिकन और उनके तीन बच्चों को अकेला छोड़कर भारत नहीं आ सकतीं।

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच जहाँ हर कोई यूक्रेन छोड़कर अपने-अपने देश लौटने की कोशिशों में है। वहीं भारत की 17 वर्षीय लड़की ने इस समय यूक्रेन छोड़कर भारत आने से साफ मना कर दिया है। लड़की का नाम नेहा सांगवान है, जो भारत के हरियाणा राज्य की निवासी और यूक्रेन में मेडिकल पढ़ने गई थी। वह वहाँ यूक्रेन की राजधानी कीव में किराए पर रहती है और अब अपने मकान मालिक के परिवार का ख्याल रखने के लिए वहाँ रुकी है।

नेहा का कहना है कि उनके मकान मालिक अब रूसी सेना से लड़ने के लिए यूक्रेन सेना में शामिल हो गए हैं। ऐसे हालातों में वो अपनी मकान मालिकन और उनके तीन बच्चों को अकेला छोड़कर भारत नहीं आ सकतीं। उनका फैसला है कि वो यूक्रेन में रहकर अपने मकान मालिक के बच्चों की देख रेख करेंगी।

बता दें कि 17 साल की नेहा सांगवान एक सैनिक की बेटी हैं। पिछले साल उनके पिता के निधन के बाद उनकी अध्यापिका माँ ने उन्हें मेडिकल पढ़ने यूक्रेन भेजा था। लेकिन वहाँ हॉस्टल न मिलने की वजह से वह एक सिविल इंजीनियर के घर रहने लगीं। नेहा का कहना है कि उनके मकान मालिक युद्ध के कारण यूक्रेन सेना में चले गए हैं। अब उनके परिवार को बंकर में रहना पड़ रहा है। वह कहती हैं कि उस परिवार ने उन्हें इतने दिन एक फैमिली की तरह रखा। ऐसी मुश्किल घड़ी में वह उनका साथ नहीं छोड़ सकतीं।

उल्लेखनीय है कि नेहा को वापस आने के लिए उनके परिवार वाले बहुत बार बोल चुके हैं। लेकिन हर बार उन्होंने एक ही जवाब दिया कि वो इस संकट की घड़ी में अपने मकान मालिक के परिवार के साथ रहेंगे। उनकी इस बहादुरी के बारे में नेहा की माँ की एक दोस्त सविता जाखड़ ने सोशल मीडिया पर बताया है। अब लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -