गाजा पर इजरायल के हमले के बीच हिज्बुल्लाह के सैयद हसन नसरल्लाह के शुक्रवार (3 नवंबर, 2023) को दिए भाषण से लेबनान में तनाव बढ़ गया है। लेबनान वासी और विशेषज्ञों को डर है कि अगर वह इजरायल के खिलाफ हमले तेज करते हैं तो क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है। वहीं हिज्बुल्लाह के सैयद हसन नसरल्लाह ने अपने भाषण में लेबनान द्वारा सभी संभावनाओं के खुले होने पर जोर दिया। लेकिन युद्ध की कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की। नसरल्लाह ने अरब और मुस्लिम देशों से इजरायल को गाजा पर हमले करने से रोकने की अपील की है।
अपने भाषण में नसरल्लाह ने हमास द्वारा इजरायल पर हमले की सराहना की। साथ ही कहा कि इजरायल अपने बंदियों को समझौते के बाद ही हासिल कर सकता है।
बता दें कि नसरल्लाह ने बार-बार इज़रायल को मान्यता देने से इनकार कर दिया है, यह कहते हुए कि वह इसके अस्तित्व को गैरकानूनी और अन्यायपूर्ण मानता है। जिससे पहले ही इस आतंकी संगठन और इजरायल के बीच टकराव होता रहा है।
वहीं नसरल्लाह का यह भाषण तब आया जब हाल के सप्ताहों में हिज़्बुल्लाह और इज़रायल के बीच सीमा पर लेबनान सीमा पर लड़ाई तेज हो गई है। लेबनानी आतंकी समूह का दावा है कि उसके 47 लड़ाके मारे गए हैं जबकि इज़रायल का कहना है कि उसके छह सैनिक मारे गए हैं। वहीं कम से कम छह नागरिकों की भी मौत हो गई है।
फिर भी, कुछ लोगों का मानना है कि नसरल्ला दक्षिणी लेबनान में अपने आतंकियों को हमले तेज करने के लिए तैयार कर सकता है, भले ही कई लोग इस बात से डरे हैं कि है कि युद्ध उनके जीवन को प्रभावित कर सकता है जैसा कि पहले भी हो चुका है।
बता दे कि दक्षिण लेबनान को ऐतिहासिक रूप से इजरायल के साथ पहले के युद्दों में देश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में काफी अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। जिसमें से 1985 और 2000 के बीच इजरायल द्वारा 15 साल तक लेबनान के कुछ क्षेत्रों पर नियंत्रण रहा।
वहीं युद्ध की आशंका के बीच दक्षिण लेबनान के आम निवासी डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि हम पहले से ही टूटे हुए हैं अभी फिर युद्ध हुआ तो हमारी रोजी रोटी को और भी नुकसान पहुँचेगा। हालाँकि लोग हिज्बुल्लाह के खिलाफ खुलकर बोलने से डर रहे हैं लेकिन वो नहीं चाहते हैं कि लेबनान फिर से इजरायल के साथ युद्ध में उलझे। क्योंकि पहले भी लेबनान को इजरायल के खिलाफ लड़ने के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी है।
गौरतलब है कि हिज्बुल्लाह के नसरल्लाह का यह भाषण तब आया है जब हमास आतंकियों द्वारा इजरायल पर हमले के एक महीने बीत चुके हैं। वहीं गाजा में इजरायल के जवाबी हमले में करीब 9000 मारे गए हैं।
बता दें कि हमास के आतंकवादियों द्वारा 7 अक्टूबर को गाजा सीमा में घुसकर इजरायल के अंदर घातक हमला करने के बाद, 1,400 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई। उनमें से ज्यादातर आम नागरिक थे जो मारे गए और 240 से अधिक लोगों को गाजा में अपहरण कर लिया गया। साथ ही लेबनान की दक्षिणी सीमा पर गोलीबारी में वृद्धि देखी गई है। मुख्य रूप से इजराइल और हमास के सहयोगी हिज्बुल्लाह के बीच भी झड़प जारी है। वहीं अब नसरल्लाह के भाषण के बाद व्यापक टकराव की आशंका पैदा हो गई है।