भारत सरकार ने पाकिस्तान में ब्रिटेन की हाई कमिश्नर जेन मैरियट द्वारा POK का दौरा करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। भारत सरकार ने दिल्ली में ब्रिटेन के हाई कमिश्नर को तलब कर ये आपत्ति जताई और कहा कि जेन मैरियट का पीओके दौरा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है। भारत के विदेश सचिव ने इस मामले में कड़ा विरोध भी दर्ज कराया है।
इस मामले में भारत के विदेश मामलों के मंत्रालय (MEA) ने शनिवार (13 जनवरी, 2023) को बयान भी जारी किया है। भारत सरकार ने कहा, “10 जनवरी, 2024 को ब्रिटिश विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के साथ ब्रिटिश हाई कमिश्नर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यात्रा को भारत ने गंभीरता से लिया है। जेन मैरियट का यह कदम भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ है, जो अस्वीकार्य है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और रहेंगे। विदेश सचिव ने इस पर भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है।”
India protests visit of British High Commissioner in Islamabad to Pakistan occupied Kashmir:https://t.co/vd4WqODznI pic.twitter.com/sYwkMUjAkr
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) January 13, 2024
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान में ब्रिटेन की उच्चायुक्त जेन मैरियट ने ‘एक्स’ पोस्ट पर 10 जनवरी को मीरपुर की यात्रा की तस्वीरें साझा की थी और कहा था, “मीरपुर से सलाम, ब्रिटेन और पाकिस्तान के लोगों के बीच संबंधों का दिल! 70 फीसदी ब्रिटिश पाकिस्तानी मूल रूप से मीरपुर से हैं, जिससे हम सभी का साथ मिलकर काम करना प्रवासी हितों के लिए अहम है। अपने आतिथ्य सत्कार के लिए आभार!”
Salaam from Mirpur, the heart of the UK and Pakistan’s people to people ties! 70% of British Pakistani roots are from Mirpur, making our work together crucial for diaspora interests. Thank you for your hospitality! pic.twitter.com/3LyNFQan9H
— Jane Marriott (@JaneMarriottUK) January 10, 2024
क्या है पीओके?
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) ऐतिहासिक रूप से जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन रियासत का हिस्सा था। 1947 में भारत के बँटवारे के तुरंत बाद, महाराजा हरि सिंह ने विलय पत्र पर हस्ताक्षर कर इसे भारत में मिला दिया था। पीओके के पास करीब 13,296 वर्ग किलोमीटर का इलाका है। इसकी राजधानी मुजफ्फराबाद है और इसमें 10 जिले हैं। भारत पीओके को अपना अभिन्न अंग मानता है। भारत, बिना इजाजत के विदेशी लोगों की इस क्षेत्र में यात्रा का कड़ा विरोध करता है।
बता दें कि पाकिस्तान के कब्जे में पीओके के अतिरिक्त गिलगित-बाल्टिस्तान का भी इलाका है। वो उसे अलग राज्य बताता है। लेकिन ये हिस्सा भारत के लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश का है। पाकिस्तान दिखावे के लिए सिर्फ पीओके के छोटे से हिस्से को आजाद कश्मीर बताता है, जबकि गिलगित वाले इलाके को अलग राज्य बना चुका है।