संयुक्त राज्य अमेरिका में एक और भारतीय छात्र की हत्या कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के रहने वाले 20 साल के पारुचुरी अभिजीत की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है और उसका शव 11 मार्च को जंगल में एक लावारिस कार के अंदर पाया गया है। पारुचुरी अभिजीत की हत्या, अमेरिका में भारतीय छात्रो की मौत के सिलसिले का सबसे ताजा मामला है और इस साल के पहले साढ़े तीन महीने में अमेरिका में भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत की ये 9वीं घटना है।
परिवार के सदस्यों ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि पारुचुरी अभिजीत आंध्र प्रदेश के रहने वाले चक्रधर और श्रीलक्ष्मी के इकलौते बेटे थे। वे बचपन से ही मेधावी छात्र रहे। जब उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए बोस्टन विश्वविद्यालय में सीट हासिल की, तो उनकी मां नहीं चाहती थी, कि वो पढ़ाई के लिए भारत से बाहर निकले।
पारुचुरी अभिजीत की लाश एक कार के अंदर लावारिश हालत में मिली है। हालाँकि, अभी तक हत्या का मकसद साफ नहीं है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है, कि भारतीय छात्र की हत्या विश्वविद्यालय में उसके साथी छात्रों के साथ कुछ पैसों की लेनदेन की वजह से किए जाने की आशंका है। कथित तौर पर पारुचुरी अभिजीत का लैपटॉप भी चोरी हो गया था।
इन वारदातों में से एक घटना जनवरी में सामने आई, जब 19 साल के नील आचार्य का शव भी पर्ड्यू यूनिवर्सिटी वेस्ट लाफायेट परिसर में पाया गया था। आचार्य अमेरिका के ही नागरिक थे। अधिकारियों ने कहा है कि आचार्य के शव पर कोई जख्म के निशान नहीं है और ये मामला हत्या से जुड़ा होने की संभावना नहीं है। जबकि, इसी साल जनवरी में ही 25 साल के हरियाणा के रहने वाले भारतीय छात्र विवेक सैनी को जॉर्जिया में एक बेघर नशेड़ी ने पीट-पीट कर मार डाला था।
इसी तरह, एक अन्य भारतीय छात्र, सैयद मज़ाहिर अली, जो हैदराबाद के रहने वाले थे और सूचना प्रौद्योगिकी में मास्टर की पढ़ाई कर रहे थे, उनपर शिकागो में तीन अज्ञात लोगों ने बेरहमी से हमला किया था। हालाँकि हमले में उनकी जान बच गई थी।