ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के बीच वहाँ देश की सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक एक्ट्रेस व ऑस्कर विजेता तारानेह अलीदूस्ती को झूठ फैलाने का आरोप मढ़कर गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय मीडिया बताती है कि तारानेह ने देश में चल रहे प्रदर्शन में भाग लिया था और नारों के संग अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी।
IRNA की रिपोर्ट के मुताबिक, तारानेह को अपने इंस्टा पोस्ट के लिए एक हफ्ते बाद गिरफ्तार किया गया। अपने पोस्ट में उन्होंने उस शख्स का समर्थन किया हुआ था जिसे ईरानी प्रशासन ने फाँसी की सजा दी थी।
उनकी तरह कुछ अन्य ईरानी सेलीब्रिटियों को भी कथिततौर पर भड़काऊ कंटेंट पोस्ट करने के आरोप में समन भेजा गया है। रही बात तारानेह के पोस्ट की, तो उसमें लिखा था, “उसका नाम मोहसेन शेखरी है। हर अंतरराष्ट्रीय संगठन जो यह खूनी खेल देख रहा है और कोई कार्रवाई नहीं कर रहा वो इंसानियत के नाम पर धब्बा है।”
बता दें कि शेखरी को तेहरान की सड़कें ब्लॉक करने और सुरक्षाबलों पर हमला करने के आरोप में पकड़ा गया था। बाद में ईरानी कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए 9 दिसंबर को फाँसी की सजा हुई थी।
मोहसिन शेखरी अकेले नहीं हैं जिन्हें ईरानी प्रशासन ने मौत की सजा दी। पिछले हफ्ते ऐसे ही माजीदरेजा रेहनवर्द को भी फाँसी पर सरेआम लटकाया गया था। रेहनवर्द ने अपने मरने से पहले वीडियो में कहा था, “मैं नहीं चाहता है कि कोई मेरी मौत पर मातम मनाए। किसी भी तरह की दुआ न करे। मेरी कब्र पर मातम न मनाया जाए। मैं नहीं चाहता कि कोई कुरान या नमाज पढ़े। सभी लोग मेरी मौत का जश्न मनाएँ, संगीत बजाएँ, खुश रहें।”
दरअसल, रेहनवर्द पर प्रदर्शन के दौरान 2 पुलिस अफसरों को जान से मारने के इल्ज़ाम थे। इसलिए तेहरान की अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई थी। उस पर 4 अन्य अफसरों पर हमला करने का भी इल्ज़ाम था। 12 दिसंबर, 2022 को रेहनवर्द को फाँसी दी गई।
अलीदूस्ती ने इसी बाबत अपने इंस्टा पर तीन पोस्ट शेयर किए थे और देश में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के लिए एकजुटता दिखाई थी। उनके अकॉउंट पर 8 मिलियन फॉलोवर थे लेकिन उनके अकॉउंट को भी सस्पेंड कर दिया गया।