कनाडा में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने गुरुवार (17 अक्टूबर 2024) को कहा कि वो उसकी पार्टी अगर सत्ता में आई और तो कनाडा में गन कल्चर पर रोक लगाई जाएगी। खास बात ये है कि ये बयान उस जगमीत सिंह का है, जो कनाडा में भारत के दुश्मनों यानी खालिस्तानी आतंकियों का समर्थन करता है।
जगमीत ने कहा कि अगर उसकी पार्टी सत्ता में आई, तो वो कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) के उन 1000 से अधिक एजेंटों को फिर से बहाल करेगी, जिन्हें एक दशक पहले कंजरवेटिव सरकार ने हटा दिया था। खालिस्तान समर्थक नेता जो खुद आतंकवादियों का समर्थन करता है, उसने कहा है कि उसके इस कदम से कनाडा में अवैध हथियारों की तस्करी पर रोक लगेगी।
जगमीत सिंह ने कहा, “हमारे देश में हर किसी को सुरक्षित महसूस करना चाहिए। दुख की बात है कि अभी ऐसा महसूस नहीं होता। हम बंदूक हिंसा में गंभीर बढ़ोतरी देख रहे हैं। खासकर इस हफ्ते हमें RCMP (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस) की चिंताजनक रिपोर्टें सुनने को मिलीं, जिनमें कहा गया कि एक विदेशी सरकार संगठित अपराधी गिरोहों को बंदूक हिंसा में शामिल होने के लिए भर्ती कर रही है। हम जानते हैं कि जिन गंभीर अपराधों में बंदूकें शामिल हैं, उनमें से जब भी पुलिस उन्हें जब्त करती है, तो पता चलता है कि 85% बंदूकें सीमा पार से तस्करी की गई हैं।”
#BREAKING: Jagmeet Singh says the rise in gun violence is because the Conservatives cut 1100 border agents 10 years ago…
— govt.exe is corrupt (@govt_corrupt) October 17, 2024
And when he's Prime Minister, he'll keep communities safe and stop gun smuggling!
I think Jagmeet Singh is even more delusional than Justin Trudeau! pic.twitter.com/CxkthzmEXA
जगमीत सिंह ने आगे दावा किया कि CBSA की टीम कम स्टाफ के साथ ज्यादा काम कर रही है, क्योंकि साल 2012 में कंजरवेटिव सरकार ने एक दिन में 1100 सीमा अधिकारियों को हटा दिया था।
जबकि जगमीत सिंह ने RCMP और ट्रूडो सरकार द्वारा बिना किसी ठोस आधार के लगाए गए आरोपों का हवाला देते हुए भारतीय सरकार पर निशाना साधा। वो ये भूल गया कि वह खुद खालिस्तानी आतंकवादियों, जिसमें मारे गए हरदीप सिंह निज्जर भी शामिल हैं, का समर्थन करता है। यह विडंबना ही है कि जगमीत सिंह कनाडा के लोगों को हिंसा से सुरक्षित रखने की बात करता है, जबकि उसने साल 2017 में एयर इंडिया बम धमाके के दोषी तलविंदर सिंह परमार की निंदा करने से इनकार कर दिया था और खुलेआम भारत विरोधी खालिस्तानी आतंकवादियों का समर्थन किया था, जो हथियारों के दम पर हिंसा फैलाते हैं।
हाल ही में जगमीत सिंह ने 15 अक्टूबर को एक बयान में भारतीय राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की माँग की थी, जिसके बाद वहाँ मौजूद पत्रकारों ने जगमीत की इस मूर्खता पर हंसी उड़ाई थी। जगमीत ने कहा था, “हम भारत के राजनयिकों को निष्कासित करने के आज के फैसले का समर्थन करते हैं और कनाडा की सरकार से फिर से आग्रह कर रहे हैं कि वह भारतीय राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाए, कनाडा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेटवर्क पर प्रतिबंध लगाए, और कनाडा की धरती पर संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताए।”