खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गया है, जिसका असर भी दिख रहा है। कनाडा से महिंद्रा ने अपना धंधा समेट लिया है। इस झटके से अभी बाजार उबर ही रहा था कि एक मामला सामने आ गया।
कनाडा की सबसे बड़ी स्टील कंपनी टेक रिसोर्सेज की कोल यूनिट में हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया से गुजर रही भारतीय कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) ने झटका दे दिया है। कहा जा रहा है कि उसने टेक रिसोर्सेज को खरीदने की प्रक्रिया को धीमी कर दी है। इसको लेकर बाजार में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
स्टील कंपनी के शेयर खरीदने की प्रक्रिया हुई धीमी
इस कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि क्षमता के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी स्टील निर्माता जेएसडब्ल्यू स्टील और टेक रिसोर्सेज के बीच हिस्सेदारी पर चर्चा धीमी हो गई है। हालाँकि, कागजी कार्रवाई पर काम चल रहा है। सूत्र ने बताया, “हम मुद्दा शांत होने तक इंतजार करेंगे।”
दोनों कंपनियों ने बयान देने से किया मना
सूत्र ने कहा कि टेक रिसोर्स में जेएसडब्ल्यू 34-37 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की कोशिश कर रहा है। टेक रिसोर्स ने वैश्विक खनन कंपनी ग्लेनकोर द्वारा दिए पूरी कंपनी के लिए दिए गए 22.5 अरब डॉलर (1.87 लाख करोड़ रुपए) के ऑफर को दो बार ठुकरा दिया था। माना जा रहा है कि JSW का ऑफर इससे अधिक ही होगा।
सूत्र ने आगे कहा, “हम यह उम्मीद नहीं कर रहे हैं कि चीजें हाथ से निकल जाएँगी। हम मूल्यांकन के लिए कागजी कार्रवाई कर रहे हैं, बैंकों से बात कर रहे हैं और यह अभी भी हो रहा है।” जेएसडब्ल्यू स्टील ने इस मामले में टिप्पणी से इनकार कर दिया।
वहीं, टेक रिसोर्सेज ने रॉयटर्स के प्रश्नों के ईमेल के जवाब में कहा, “हम बाजार की अफवाहों या अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं।” हालाँकि विदेशी निवेश सौदों को मंजूरी देने वाले कनाडा के उद्योग मंत्रालय ने कहा कि किसी विदेशी कंपनी द्वारा कनाडाई कंपनी का अधिग्रहण कनाडा अधिनियम के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा समीक्षा के अधीन होगा।
टेक रिसोर्सेज कंपनी के शेयर गिरे
मामले से जुड़े एक अन्य सूत्र ने कहा कि जेएसडब्ल्यू लेन-देन की फंडिंग के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड और डॉयचे बैंक सहित कई निवेश बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है। जेएसडब्ल्यू स्टील कंपनी इस कनाडाई कंपनी का 34-37 प्रतिशत शेयर खरीदना चाहती है। इस प्रक्रिया के धीमा होने की बात फैलते ही टेक रिसोर्सेज के शेयर 4 प्रतिशत से अधिक गिर गए हैं।
महिंद्रा ने कनाडाई कंपनी से तोड़ा रिश्ता, बंद हुई कंपनी
बता दें कि भारत की मशहूर कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने कनाडा की कम्पनी रेसन एयरोस्पेस से अपने संबंध तोड़ लिए थे, जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा की 11.18% हिस्सेदारी थी। कंपनी ने इसकी जानकारी शेयर मार्केट नियामक SEBI को दी, जिसके बाद ये जानकारी सामने आई।
दरअसल, रेसन एरोस्पेस ने कनाडा में आवेदन करके अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है। रेसन खेती से जुड़े टेक सॉल्यूशन बनाती थी। महिंद्रा एंड महिंद्रा भी खेती से जुड़े कई कारोबार करती है। वह खेती के उपकरण बनाने से लेकर अन्य कार्यों में संलग्न है और विश्व की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता है। महिंद्रा अमेरिका तथा कनाडा में भी अपना ट्रैक्टर आदि बेचती है।