बुधवार (22 मार्च 2023) को लंदन में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रिपोर्टों की मानें तो उच्चायोग के बाहर अतिरिक्त पुलिसबलों को तैनात किया गया है। कई बैरिकेडिंग्स भी लगाई गई हैं। इसके पहले दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग और उच्चायुक्त की सुरक्षा में कटौती कर दी गई थी। जिसके बाद ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ाए जाने की खबर सामने आई।
बड़ी खबर
— Panchjanya (@epanchjanya) March 22, 2023
लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर तैनात की गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था।
आज सुबह दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर से सुरक्षा हटाए जाने के बाद हरकत में आई ब्रिटिश सरकार। pic.twitter.com/2TIkyzrWaN
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, लंदन में भारतीय दूतावास ‘भारत भवन’ (India House)’ के बाहर पुलिस बलों की तैनाती की गई है। बैरिकेडिंग लगाने के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को गश्त करते भी देखा गया है। माना जा रहा है कि भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर ब्रिटिश अधिकारियों से जवाब माँगे जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
Security beefed up outside Indian High Commission in London.
— IndiaToday (@IndiaToday) March 22, 2023
(@loveenatandon )#UnitedKingdom #London #News @ShivAroor pic.twitter.com/qExzbjLNNX
बुधवार दोपहर को ही दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग (British High Commission) और ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस (Alex Ellis) के आवास पर सुरक्षा घेरे में कमी की खबरें सामने आई थीं। दोनों जगहों पर बाहरी गेट पर लगे बैरिकेड्स हटा लिए गए थे। चाणक्यपुरी में ब्रिटेन उच्चायोग के बाहर 12 बैरिकेड लगाए गए थे। रेत के बोरों से सुरक्षा चौकी बनाई गई थी। पीसीआर वैन तैनात थे। इन सबको हटा लिया गया है। कुछ रिपोर्टों में दिल्ली पुलिस के हवाले से कहा जा रहा है कि सुरक्षा में कमी नहीं की गई है बल्कि आवागमन में हो रही असुविधा के कारण बैरिकेडिंग हटाए गए हैं।
बता दें कि खालिस्तान की माँग करने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब में हुई कार्रवाई के बाद ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग पर हमला कर दिया गया था। 19 मार्च 2023 को हुए उपद्रव के दौरान तिरंगा हटाकर खालिस्तानी झंडा लहराने की कोशिश की गई थी। जानकारी के मुताबिक लंदन में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानियों के उत्पात मचाए जाने को लेकर नई दिल्ली में यूके के राजनयिक को तलब किया गया था। इस दौरान लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर सुरक्षा न होने और उपद्रवियों के आसानी से उच्चायोग में दाखिल होने को लेकर सवाल पूछा गया था।